ADVERTISEMENTREMOVE AD

अब असम में अफ्रीकी Swine Flu का कहर, 14 हजार सूअरों की मौत

अफ्रीकी स्वाइन फ्लू सेअब तक असम के 10 जिलों में 14 हजार से ज्यादा सूअर मारे जा चुके हैं.

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

कोरोना वायरस संकट के बीच असम में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू लगातार पैर पसार रही है. अब तक राज्य के 10 जिलों में 14 हजार से ज्यादा सूअर मारे जा चुके हैं. इससे अब राज्य में नई मुसीबत खड़ी हो गई है. पशुपालन में लगे सैकड़ों लोगों की आजीविका पर असर पड़ा है. वहीं, असम की सरकार का कहना है कि बीमारी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सरकार का कहना है कि, असम में ऐसा पहली बार हुआ है जब अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का ऐसा मामला सामने आया है. ये घातक बीमारी है जो फिलहाल घरेलू सूअरों में देखी गई है. वहीं, असम के पशुपालन मंत्री अतुल बोरा ने कहा,

‘राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू से 10 जिलों में 14,465 सूअर मारे जा चुके हैं. बीमारी को रोकने के लिए सरकार हर प्रयास कर रही है और हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं. हम किसानों को मरे हुए सूअरों को गहराई में दफनाने की सलाह दे रहे हैं.’

अफ्रीकी स्वाइन फ्लू से प्रदेश के लोगों में दहशत का महौल है. पहले ही कोरोना वायरस की वजह से लोग काफी परेशानी में है. लेकिन अब इस बीमारी से उनपर दोहरी मार पड़ रही है.

अफ्रीकी स्वाइन फ्लू से इंसानों को कितना खतरा?

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंसानों के खतरे को लेकर असम पशुधन निगम के अध्यक्ष मनोज सैकिया का कहना है कि अब तक की जानकारी के मुताबिक ये इंसानों में नहीं फैलता है और न ही इसका कोविड-19 से कोई संबंध है.

क्या है स्वाइन फ्लू?

स्वाइन फ्लू या H1N1 फ्लू सांस से जुड़ी बीमारी है, जो बेहद संक्रामक है. ये सूअरों से फैलने वाली बीमारी है और इससे मनुष्य भी संक्रमित होते हैं. ये वही बीमारी है, जिसे 2009 में WHO ने महामारी करार दिया था.

इस बीमारी का वाहक H1N1 इंफ्लूएंजा वायरस है, जो संक्रमित लोगों के खांसने और छींकने से फैलता है. ये वायरस हवा के जरिए हमारे वातावरण में फैलते हैं.

स्वाइन फ्लू के लक्षण दूसरे फ्लू की तरह ही हैं. इसमें आपको बुखार होगा, ठंड लगेगी, नाक से पानी, बार-बार छींक, गले में खराश और शरीर में दर्द हो सकता है.

बता दें कि असम में फैले अफीकी स्वाइन फ्लू को लेकर असम की सरकार जांच कर रही है. एहतियात के तौर पर यहां सूअरों के मांस पर रोक लगा दी गई है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×