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अमित शाह की रैली का नहीं होगा विरोध,जाटों के आगे झुकी खट्टर सरकार!

सीएम खट्टर से बातचीत के बाद जींद रैली वापस लेने पर सहमत हुए जाट संगठन

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हरियाणा की खट्टर सरकार ने जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर जाटों के खिलाफ दर्ज किए गए केस वापस लेने का ऐलान कर दिया है. सरकार के इस ऐलान के बाद ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 15 फरवरी को होने वाली अपनी रैली को वापस ले लिया है.

दरअसल, 15 फरवरी को हरियाणा के जींद में बीजेपी चीफ अमित शाह की अगुवाई में एक बाइक रैली आयोजित की जानी है. इस रैली को देखते हुए ही बीजेपी सरकार से नाखुश जाट संगठन ने जींद में ही अपनी रैली किए जाने का ऐलान कर दिया. ऐसे में टकराव की आशंका को देखते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार जाटों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने में जुटी हुई थी.

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जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए केस वापस लिए जाएंगे. जाटों और 5 अन्य समुदायों को आरक्षण दिए जाने संबंधी हाई कोर्ट के फैसले को लेकर हम पिछड़ा वर्ग आयोग को 31 मार्च से पहले सभी आंकड़े सौंप देंगे, ताकि अंतिम फैसला लिया जा सके.
मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री, हरियाणा

बातचीत के बाद, सरकार ने मानी जाटों की मांग

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने टकराव की आशंका को देखते हुए जाटों को बातचीत का न्योता दिया था. सीएम खट्टर के साथ मुलाकात के बाद जाट संगठन ने 15 फरवरी को जींद में आयोजित होने वाली रैली को वापस ले लिया है. ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के नेतृत्व में दिल्ली में जाट प्रतिनिधि दल ने सीएम खट्टर और केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और बीजेपी नेता अनिल जैन से मुलाकात की थी.

बातचीत के बाद मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जाट आंदोलन के दौरान फरवरी, 2016 में भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान आरक्षण और दर्ज मामले के बारे में विस्तार से चर्चा की गई. उधर, जाटों के रैली को वापस लेने से खट्टर सरकार को राहत मिली है.

जींद में शाह की रैली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध

जींद में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये जा रहे हैं. एसएसपी डॉ. अरुण सिंह ने बताया कि रैली की सुरक्षा के लिए आठ एसएसपी, 55 डीएसपी की ड्यूटी रहेगी. इसके अलावा 200 इंस्पेक्टर, 450 एनजीओ, 5500 पुलिस कर्मचारी और 250 महिला पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.

उन्होंने बताया कि रैली को लेकर पुलिस के आला अधिकारी भी लगातार सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं, इसलिए रैली स्थल के पास ही कैंप ऑफिस बनाने का निर्देश दिया गया है. जींद पुलिस लाइन में पैरामिलिट्री बल की आठ कंपनियां पहुंच गई है और इनमें एक महिला सीआरपीएफ की कंपनी भी शामिल है.

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रैली में आने वाले वाहनों की पार्किंग और रैली स्थल पर मुख्य पंडाल के लिए 10 एकड़ में खड़ी सरसों और गेहूं की फसल को काटा गया है. इसके लिए बीजेपी ने संबंधित किसानों को पूरे एक साल का जमीन का 40 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया है.

रैली स्थल पर बाइक से पहुंचेंगे अमित शाह

15 फरवरी को होने वाली रैली में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह बाइक से पहुंचेंगे. बीजेपी के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी ने बताया कि ‘बाइक रैली' में अमित शाह अब हैलीपेड से बाइक पर सवार होकर पहुंचेंगे. पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का बहादुरगढ़ से बाइक पर सवार होकर रैली में पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते इसे बदल दिया है.

उन्होंने बताया कि सुरक्षा के चलते रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. अब अमित शाह रैली में हेलिकॉप्टर से जींद पहुंचेंगे, जिसके बाद वह बाइक से रैली में पहुंचेंगे. वहीं, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अलेवा और सुभाष बराला टोहाना से बाइक से रैली में शामिल होंगे.

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