असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने अपने बयान पर माफी मांगी है. उन्होंने जनसभा के दौरान सीएए का विरोध करते हुए कहा था कि, अभी तो हमारी शेरनियां बाहर निकली हैं. लेकिन जिस दिन हम निकलेंगे उस दिन 15 करोड़ 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
वारिस पठान के बयान के बाद उनकी आलोचना हो रही थी. उन्होंने अपने बयान देने तुरंत बाद ही इस पर सफाई दी थी. लेकिन मामले को तूल पकड़ता देख पठान ने माफी मांगी.
‘मेरे बयान को राजनीतिक तरीके से देखा जा रहा है. मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं और माफी मांगता हूं.’वारिस पठान, AIMIM नेता
पठान ने अपने भाषण में कहा था
वारिस पठान ने जनसभा को संबोधित करते हुए उस बात का जिक्र किया जिसमें कहा जा रहा है कि नागरिकता कानून का विरोध करने के लिए महिलाओं को आगे कर रहे हैं. पठान ने अपने भाषण में कहा,
“हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेने पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती उसे छीनकर लेना पड़ेगा. हमें बोला मां-बहनों को आगे भेज दिया. अरे भाई अभी तो सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए, समझ लो हमलोग साथ में आ गए तो क्या होगा. 15 करोड़ हैं मगर एक सौ पर भारी हैं याद रख लेना ये बात”
अपने इस विवादित बयान के बाद वारिस पठान मीडिया के सामने आए और उन्होंने इस पर सफाई दी. पठान ने कहा कि वो आखिरी शख्स होंगे जो धर्म या फिर देश के खिलाफ बोलेंगे. उन्होंने कहा- “मेरे बयान को गलत लिया गया और तोड़ मरोड़कर पेश किया गया. मैं माफी नहीं मांग रहा हूं. बीजेपी भारत के लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है.”
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