पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना की तरफ आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक में तय किए गए टारगेट को निशाना बनाया गया था. फाइटर प्लेन से निकली मिसाइलें अपने टारगेट को अचीव करने में कामयाब रहीं. ऐसा कहना है एयर स्ट्राइक के दौरान हवा से बम बरसाने वाले एक स्क्वॉर्डन लीडर का, जिन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने इस बड़े ऑपरेशन की तैयारियां की थीं.
एनडीटीवी से बातचीत में एयरफोर्स के पायलट ने बताया कि जब हमें पता चला हमें क्या करना है और किसे टारगेट करना है, तो इसके बाद मानसिक तौर पर काफी दबाव था. इंडियन एयरफोर्स ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को अपना निशाना बनाया था.
ढाई घंटे में पूरा हुआ ऑपरेशन
एयर स्ट्राइक में शामिल मिराज 2000 के पायलट ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यह पूरा ऑपरेशन लगभग ढाई घंटे में पूरा कर लिया गया. उन्होंने आगे बताया:
‘’मिशन पर निकलने से पहले दिमाग में काफी कुछ चल रहा था. इसके लिए मैंने कई सिगरेट भी पी डाली थीं. टारगेट के ऊपर पहुंचते ही भारतीय विमानों ने स्पाइस 2000 सेटेलाइट गाइडेड मिसाइल दागीं, जिन्होंने अपने टारगेट को निशाना बनाया.’’
जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीएसफ जवानों के काफिले को निशाना बनाया था, जिसमें 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के कुछ ही दिन बाद भारतीय वायुसेना ने पीओके में स्थित जैश के ठिकानों को तबाह किया था, हमले में 200-300 आतंकी मारे जाने की बात कही गई.
इंडियन फॉरमेशन की ओर बढ़ा था पाकिस्तानी विमान
एयरफोर्स के पायलट ने बताया कि टारगेट तक पहुंचने के दौरान उन्हें पाकिस्तानी रडार नहीं पकड़ पाए थे, लेकिन मिसाइल लॉन्च करने के ठीक बाद उन्हें हवा में एक चेतावनी मिली. बताया गया कि एक पाकिस्तानी जेट भारतीय विमानों की फॉरमेशन की तरफ बढ़ रहा है. लेकिन तब तक भारतीय विमान खतरे से बाहर निकल चुके थे.
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