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Air India पर DGCA ने ठोका 1.10 करोड़ का जुर्माना, सुरक्षा नियमों के उल्लंघन का आरोप

Air India Fined: एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, "हम DGCA के आदेश से असहमत हैं."

Published
भारत
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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया (Air India) पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. DGCA ने सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के मामले को लेकर कंपनी पर कार्रवाई की है. DGCA ने बताया कि उसने अपनी जांच में कुछ खामियां पाई हैं.

DGCA ने कहा कि एयरलाइन के एक कर्मचारी ने सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की जानकारी दी थी. जांच में पता चला कि एयरलाइन ने नियमों को पालन नहीं किया है. इसके बाद एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और जुर्माना लगाया गया.

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एयर इंडिया पर क्यों लगा जुर्माना?

यह मामला लीज पर लिए गए विमानों का है. आरोप है कि इन विमानों में सुरक्षा नियमों का सही से पालन नहीं किया जा रहा था. एयर इंडिया की ओर से नोटिस के जवाब के बाद DGCA ने एक्शन लिया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, DGCA ने बयान में कहा, "चूंकि लीज पर लिए गए विमानों का ओईएम परफोर्मेंस के मुताबिक नहीं था इसलिए DGCA ने एयर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है."

एयर इंडिया पर लीज पर इस्तेमाल किए जा रहे बोइंग बी777 विमान के ऑक्सीजन संबंधी सुरक्षा नियमावली का पालन न करने के लिए जुर्माना लगाया गया है.

डीजीसीए के आदेश के अनुसार, अक्टूबर में एयर इंडिया के एक कर्मचारी ने एयरलाइन के खिलाफ नवंबर 2022 से लीज पर इस्तेमाल किए जा रहे बोइंग बी 777 विमान की सुरक्षा उल्लंघन की जानकारी दी थी. ये विमान तब मुंबई/बेंगलुरु-सैन फ्रांसिस्को रूट पर संचालित किया जा रहा था.

कार्रवाई पर क्या बोली एयर इंडिया?

एयर इंडिया ने DGCA की कार्रवाई पर असहमति जताई है. एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, "हम DGCA के आदेश से असहमत हैं. उठाए गए मामलों की एक्सपर्ट्स के साथ एयर इंडिया ने गहन जांच की तो पता चला कि सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं हुआ है. हम आदेश का विस्तार से अध्ययन कर रहे हैं. हम उपलब्ध विकल्पों की समीक्षा करेंगे. इसमें अपील करने का हमारा अधिकार और साथ ही इसे नियामक के समक्ष उठाने का अधिकार भी शामिल है.''

पिछले सप्ताह भी लगा था जुर्माना

डीजीसीए ने पिछले सप्ताह एयर इंडिया और स्पाइसजेट पर 30 लाख का जुर्माना लगाया था. दोनों एयरलाइन कंपनियों पर आरोप था कि उन्होंने 6 नवंबर 2023 को डीजीसीए मुख्यालय में आयोजित लो विजिविलिटी ऑपरेशन और कोहरे पायलटों के रोस्टर के संबंध में निर्देशों का पालन करने में ढिलाई बरती गई.

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