अर्नब गोस्वामी, नविका कुमार, एबीपी न्यूज के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एक्टर अक्षय कुमार के साथ एक 'नॉन पॉलिटिकल' चर्चा करने बैठे. 70 मिनट की ये चर्चा बुधवार, 24 अप्रैल की सुबह टेलीकास्ट हुई. परिवार, सोने के समय, डाइट और हॉबी के सवालों के अलावा अक्षय कुमार ने पीएम का मूड हल्का करने के लिए उन्हें टैबलेट पर कुछ मीम्स भी दिखाए.
'वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी' के शोधकर्ताओं ने हाल ही में ये निष्कर्ष निकाला है कि मीम्स हमारे समय की कल्चरल करंसी है. इसलिए, इस चुनावी मौसम में, खिलाड़ी कुमार को चुनाव से जुड़े ये 6 मीम्स दिखाने चाहिए थे.
पुलवामा-बालाकोट के नाम पर वोट मांगना
पुलवामा हमले के शहीदों और बालाकोट एयर स्ट्राइक के नाम पर पीएम मोदी और कई बीजेपी नेताओं के वोट मांगने की काफी आलोचना की गई थी. चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद कि आर्म्ड फोर्स का इस्तेमाल कैंपेन के लिए नहीं किया जाएगा, बीजेपी ने इसपर खूब वोट मांगे.
‘इनोवेटिव’ चुनावी प्रचार
आचार संहिता के उल्लंघन की बात करें तो, इस चुनावी सीजन में कई 'इनोवेटिव' तरीके देखने को मिले, जैसे कि पीएम मोदी बायोपिक और NaMo TV, जो बिना ब्रॉडकास्ट लाइसेंस के चल रहा था.
मुद्दों पर बोलना!
पीएम मोदी ने अभी तक जितने इंटरव्यू दिए और रैली किए, उसमें नोटबंदी के बाद के हालात, नौकरियों की कमी, किसानों की समस्या और मॉब लिंचिंग जैसे मुद्दों पर लगभग न के बराबर बात हुई.
सही उम्मीदवारों का चयन
मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी में शामिल कर भोपाल से लोकसभा चुनावों के लिए टिकट देना, एक बड़ा विवाद बन गया है.
नेहरू ने पीएम मोदी को काम नहीं करने दिया
आतंकवाद से लेकर नौकरियों की कमी तक, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को पीएम मोदी के कई हमलों का शिकार होना पड़ा. इसे लेकर एक वॉट्सएप जोक काफी वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने का क्या फायदा, जब नेहरू उन्हें काम ही नहीं करने देंगे.
साइंस पर कमिटमेंट
प्रज्ञा ठाकुर ने बीजेपी ज्वाइन करने के बाद कई दावे किए हैं, जिसमें से एक है कि गौमूत्र कैंसर ठीक करता है.
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