अलीगढ़ में सड़क किनारे कचौड़ी-समोसे की छोटी सी दुकान चलाने वाले मुकेश कुमार को टैक्स न चुकाने के लिए नोटिस मिला है. कमर्शियल टैक्स विभाग का कहना है कि दुकानदार की सलाना कमाई 60 लाख से 1 करोड़ के बीच है. मुकेश कुमार न ही टैक्स भरते हैं और न ही अपनी दुकान को उन्होंने जीएसटी के तहत रजिस्टर करवाया है. इसलिए उन्हें नोटिस थमाया गया है.
टैक्स अफसरों ने कई दिनों तक दुकान पर नजर रखी
कमर्शियल टैक्स विभाग को शिकायत मिली थी कि मुकेश टैक्स नहीं भरते हैं और उनकी सेल बहुत ज्यादा है. इस शिकायत के मिलने के बाद टैक्स इंस्पेक्टरों की एक टीम कई दिनों तक ‘मुकेश कचौड़ी भण्डार’ के आसपास मुआयना करती रही और दुकान की सेल का हिसाब लगाने लगी. टैक्स इंस्पेक्टरों ने पाया कि दुकान की सालाना सेल 60 लाख से 1 करोड़ के बीच है.
इस केस की जांच कर रहे राज्य के खुफिया विभाग के एक सदस्य ने बताया, ‘‘मुकेश हमें अपनी कमाई का हिसाब देने के लिए तैयार हो गए और साथ ही तेल, सिलेंडर और कच्चे सामान के खर्च का हिसाब भी दिया है. मुकेश को अपनी दुकान जीएसटी के तहत रजिस्टर करवानी ही होगी और नोटिस पहले ही दिया जा चुका है.’’
अगर व्यवसायी का सालाना टर्नओवर 40 लाख से ज्यादा का है तो उसे जीएसटी के तहत रजिस्टर करवाना जरूरी है. साथ ही बने हुए खाने के सामान पर 5 फीसदी टैक्स निर्धारित किया गया है.
दुकानदार ने कहा-मेरे खिलाफ साजिश
अलीगढ़ के सीमा सिनेमा के पास ‘मुकेश कचौड़ी भण्डार’ 12 साल से चल रही है. स्थानीय लोगों के बीच अच्छा खासा नाम बना चुकी इस दुकान पर रोजाना ग्राहकों की लंबी लाइन लगती है. लेकिन दुकानदार का कहना है कि उनको टैक्स के बारे में कुछ नहीं पता, वो अपना परिवार चलाने के लिए कचौड़ी-समोसे बनाकर बेचते हैं. उन्होंने अपने खिलाफ साजिश किए जाने का आरोप लगाया.
‘‘मुझे लगता है कि ये मेरे खिलाफ किसी की साजिश है. मेरी कमाई का जो अनुमान लगाया जा रहा है वो गलत है. मेरी रोज की कमाई दो से तीन हजार है. वो(अफसर) कह रहे हैं कि मैं टैक्स नहीं देता और जीएसटी में रजिस्टर नहीं करवाया. लेकिन मेरी कमाई 40 लाख से कम है तो मुझे छूट मिली हुई है.’’मुकेश कुमार, दुकान के मालिक
पास के ही एक दुकानदार अकबर का कहना है कि दुकान की एक दिन की सेल लगभग 5 हजार होगी. कॉमर्स टैक्स विभाग के एडिशनल कमिश्नर अनूप महेश्वरी के मुताबिक प्राथमिक जांच के बाद दुकानदार को नोटिस दिया गया है. जांच जारी है और आगे की कार्रवाई विस्तार से जांच होने के बाद होगी.
(इनपुट- एएनआई से)
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