अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) स्टूडेंट को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने ऐलान किया है कि छात्र नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ 72 घंटे की भूख हड़ताल पर है. छात्र 21 फरवरी की रात से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. कमेटी ने कहा कि उनका दस हफ्ते पुराना आंदोलन अब नए चरण में प्रवेश कर रहा है.
कमेटी का कहना है कि पिछले साल 15 दिसंबर की रात छात्र प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर उनकी मांग पर संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
कमेटी ने कहा कि अगर 72 घंटे में उनकी मांग पर उचित जवाब नहीं आया, तो छात्र प्रदर्शनकारी बाब-ए-सैयद गेट पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे.
प्रदर्शनकारियों ने प्रस्तावित भूख हड़ताल का संबंधित विश्वविद्यालय अधिकारियों और जिला प्रशासन को नोटिस दे दिया है. कमेटी के प्रवक्ता और AMU स्टूडेंट यूनियन के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने बताया कि उनकी मुख्य मांग उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से जुड़ी है, जिन्होंने परिसर में बर्बर हिंसा और तोड़फोड़ की.
हसन ने मांग की कि शांतिपूर्ण ढंग से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लगाए गए झूठे मुकदमे वापस हों. कमेटी ने ये मांग भी की है कि यूनिवर्सिटी के चांसलर और रजिस्ट्रार सहित शीर्ष अधिकारी 15 दिसंबर की घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दें.
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