मालविका संघवी के तरुण तेजपाल कांड पर एक आर्टिकल के बाद पीड़िता ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. इस आर्टिकल में संघवी ने तेजपाल द्वारा की गई गलती पर पुनर्विचार करने को कहा था.
गौरतलब है साल 2014 में तेजपाल पर गोवा में एक जूनियर सहकर्मी का रेप करने का आरोप लगा था.
टाइम्स नाॅउ के राज कौल के इंटरव्यू में पीड़िता ने आॅफिस और काम करने वाली जगहों पर जारी पितृसत्तात्मक और पुरुष प्रधान माहौल और इसे सहने वालों की आलोचना की.
इसके बारे में कुछ भी उदारवाद जैसा नहीं है कि तहलका की फंडिंग किस तरह होती है या किस तरह एडिटर इन चीफ के दोस्तों की खबर को दबाया जाता है. यदि तहलका इतनी साफ है तो कैसे इसके एडीटर-इन-चीफ की दिल्ली, गोवा, मुंबई और नैनीताल में बड़ी संपत्तियां हैं.रेप पीड़िता का बयान
व्यक्तिगत ई-मेल में तेजपाल ने गुनाह को कबूल किया था और इसे फैसले में हुई चूक करार दिया है. लेकिन उनके दोस्त और वकील इसे तेजपाल के खिलाफ साजिश बताते रहे हैं. संघवी ने अपने काॅलम में इस प्रकरण को मीडिया कैंपेन करार दिया है जिससे तेजपाल के दुश्मनों को उनके खिलाफ जरुरी असला-बारुद मिल गया है.
वहीं रेप पीड़िता ने इस बात को नकारते हुए पूछा कि कैसे तेजपाल अपने वकीलों की लंबी-चौड़ी फीस भरता है.
कोई कैसे न्याय की उम्मीद कर सकता है जब ताकतवर और प्रभावशाली मुजरिम पत्रकारों, राजनेताओं और उद्योगपतियों के साथ उदारवाद के भेष में अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन कर रहा है.रेप पीड़िता का बयान
तरुण तेजपाल बेल पर फिलहाल जेल से बाहर हैं.
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