YSRCP सरकार ने आंध्र प्रदेश के अमरावती में 6.84 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में स्टार्टअप डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द करने का फैसला किया है. इसके पहले टीडीपी के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सिंगापुर के कंसोर्टियम और उनके भारतीय पार्टनर्स को स्टार्टअप क्षेत्र विकसित करने का अधिकार दिया था. इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू ही होने वाला था और ये 20 सालों तक कई फेज में विकसित होना था.
सोमवार को जारी किए गए सरकारी आदेश में कहा गया है कि सिंगापुर कंसोर्टियम के साथ ग्रीनफील्ड स्टार्टअप विकसित करने का जो करार किया गया था, अब उसे रद्द किया जाता है. इसके आदेश आंध्र प्रदेश कैपिटल रीजन डेवलपमेंटअथॉरिटी (CRDA) को दिए गए हैं कि वो इस प्रोजेक्ट पर आगे काम न करें.
आंध्र प्रदेश के शहरी विकास मंत्री बोत्स सत्यनारायणा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया: “प्रोजेक्ट को सरकार और सिंगापुर के कंसोर्टियम की आपसी सहमति से रद्द किया गया. सरकार ने अपनी शंकाओं को कंसोर्टियम के सामने रखा कि इस प्रोजेक्ट से सरकार को क्या मिलेगा और प्रोजेक्ट में अब तक देर क्यों हुई. सरकार को क्या फायदा होगा, इस मुद्दे पर हमें संतोषजनक जवाब नहीं मिला.”
वहीं मंगलवार को सिंगापुर की सरकार ने बयान जारी कर कहा, “सिंगापुर सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार के अमरावती कैपिटल सिटी स्टार्टअप एरिया प्रोजेक्ट के करार को रद्द करने के फैसले को स्वीकार किया है. ये सिंगापुर कंसोर्टियम और आंधप्रदेश की सरकार की आम सहमति से हुआ है”
सिंगापुर के ट्रेड मिनिस्टर ने कहा, ‘’अन्तरराष्ट्रीय कारोबार करने वाली कंपनी अपने निवेश को लेकर इतनी रिस्क लेकर चलती है. इस प्रोजेक्ट के बंद होने से कंपनी के भारत में ऑपरेशंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कंपनी की अभी भी यही कोशिश होगी भारत को लेकर हम अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मौके तलाशते रहें.’’
सिर्फ यह प्रोजेक्ट ही नहीं, जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP जब से आंध्र प्रदेश में सरकार में आई है, वो एन चंद्रबाबू नायडू के कई फैसलों को पलट रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)