नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने रविवार को बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें ‘परेशान' करने की कोशिश की जा रही है.
देश में भीड़ हिंसा पर प्रतिक्रिया देने और गैर सरकारी संगठनों पर सरकार द्वारा की जा रही कथित कार्रवाई के खिलाफ एमनेस्टी इंडिया के लिए एक वीडियो में आने की वजह से शाह विवादों में आ गए हैं.
‘‘हमें अभिनेता को परेशान करने के इस तरह की कोशिशों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. देश में जो कुछ हो रहा है, वह आपत्तिजनक है और इसे जरूर रोका जाना चाहिए.”-अमर्त्य सेन
बॉलिवुड से भी मिला समर्थन
देश के हालात के बारे में मशहूर एक्टर नसीरुद्दीन शाह के हाल के बयान को लेकर दी जा रही तीखी प्रतिक्रियाओं के बीच एक्टर आशुतोष राणा और डायरेक्टर मधुर भंडारकर ने शाह का बचाव किया था.
आशुतोष राणा ने कहा था कि अपनी बात रखने पर किसी का 'सामाजिक ट्रायल' नहीं होना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ भंडारकर ने भी कहा था कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में कोई भी अपनी राय रख सकता है.
नसीरुद्दीन शाह की वीडियो बनी विवाद की वजह
हाल ही में नसीरुद्दीन शाह के आए बयानों के बाद से उनके खिलाफ सोशल मीडिया में दुष्प्रचार चल रहा है. एमनेस्टी इंडिया ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें वह जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘हमारे देश का संविधान हमें बोलने, सोचने, किसी भी धर्म को मानने और इबादत करने की आजादी देता है. लेकिन, अब देश में मजहब के नाम पर नफरतों की दीवार खड़ी की जा रही है. जो लोग इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उन्हें इसकी सजा दी जाती है. इससे कुछ दिन पहले नसीरुद्दीन ने एक बयान जारी कर कहा था कि जिस तरह से देश में हालात होते जा रहे हैं, ऐसे में उन्हें भी यह डर सताने लगा है कि कल कहीं उनके बच्चों को भी कोई हिंदू और मुसलमान बताकर मार न दें.
(इनपुट: भाषा)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)