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अंबानी धमकी: मौत से पहले मनसुख ने CM को लिखा था खत, किससे था खतरा?

मनसुख हिरेन की चोरी हुई कार में मिला था विस्फोटक, धमकी भरा खत

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मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली विस्फोटक भरी कार मामले में जांच जारी है. लेकिन इसी बीच चोरी हुई इस कार के मालिक मनसुख हिरेन ने खुदकुशी कर ली है. लेकिन अब हिरेन का लिखा एक खत सामने आया है. मनसुख के भाई विनोद हिरेन ने पुष्टि की है कि अपनी मौत से पहले मनसुख ने सीएम उद्धव ठाकरे, गृहमंत्री अनिल देशमुख समेत मुंबई और ठाणे पुलिस कमिश्नर को खत लिखा था. जिसमें मनसुख ने जांच के दौरान पुलिस और मीडिया से हो रही परेशानी की शिकायत की थी.

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मनसुख के इस लेटर से इस बात के संकेत मिलते हैं कि वो इस मामले की जांच प्रक्रिया की वजह से मानसिक तनाव में थे. लेटर के मुताबिक अलग-अलग पुलिस थानों और एजेंसियों से हो रही जांच में उनके साथ आरोपी की तरह बर्ताव किया जा रहा था. इसीलिए मनसुख ने लगातार हो रही पूछताछ में संबंधित लोगों से संरक्षण की गुहार लगाई थी.

लेटर में क्या लिखा था?

मनसुख ने खत में इस मामले का घटनाक्रम बयान करते हुए बताया कि किस तरह पुलिस और जांच एजेंसियों से उन्हें सताया जा रहा है. 17 फरवरी को उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो कार में आई खराबी के चलते कार को विक्रोली हाईवे पर छोड़ दिया था. लेकिन दूसरे दिन कार वहां से गायब हो गई थी. जिसकी चोरी की शिकायत उन्होंने नौपाडा पुलिस थाने में दर्ज कराई थी. इस लेटर में आगे लिखा है-

  • 25 फरवरी को ATS की की टीम उनके घर पहुंची. उनसे जानकारी मिली कि कार मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी पाई गई. तब उन्होंने मनसुख से पूछताछ की. जिसके बाद घाटकोपर और विक्रोली पुलिस थाने से भी उन्हें कॉल आए.
  • विक्रोली पुलिस के बुलाने पर 26 फरवरी की रात 2 से सुबह 5 बजे तक उन्हें पुलिस थाने में बिठाया गया. फिर से 27 फरवरी को दोनों पुलिस थाने से पूछताछ के लिए कॉल आए थे.
  • 1 मार्च 2021 को मनसुख को ATS कार्यालय नागपाड़ा बुलाया गया. जिसके बाद सचिन वझे ने उन्हें मुंबई क्राइम ब्रांच बुलाकर लगातार एक जैसे सवाल पूछकर परेशान किया. कुछ देर बार जॉइंट पुलिस कमिश्रर भामरे और NIA ने भी उनसे पूछताछ की.
  • आगे लिखा है कि उन्हें इस घटना के बारे में कुछ भी पता ना होते हुए उनके साथ आरोपियों की तरह व्यवहार किया गया. उनके साथ उनके परिवार पर भी इन सारी चीजों का बुरा असर पड़ रहा था.

इसीलिए इन सभी लोगों से संरक्षण देने की मांग मनसुख ने शिवम ठाकरे से की थी. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच चल रही है. साथ ही इस सुसाइड मामले को लेकर राजनीति भी जमकर शुरू हो चुकी है.

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