वीडियो एडिटर : दीप्ति रामदास
साल 2020 आखिरकार खत्म होने को आ गया. क्या ही साल था.. .अनिश्चितताएं , बुरी खबरें और बहुत कुछ . इस साल अच्छा होने से ज्यादा बहुत सी चीजें खराब हुई हैं . लेकिन अगर अच्छी खबरों की बात करें तो, 2020 में अमेरिका में हमारे देसी लोगों का जलवा रहा ..जैसे कि कमला हैरिस- नाम तो आप ने सुना ही होगा.
लेकिन सिर्फ कमला हैरिस ही खबरों में नहीं थीं, अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में हमने कई भारतीय-अमेरिकी लोगों की उपस्थिति देखी. वो भी तब, जब अमेरिकी की जनसंख्या के हिसाब से भारतीय-अमेरिकी सिर्फ 1% ही हैं. लॉस एंजेलिस सिटी काउंसिल से लेकर यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी तक आप इंडियन-अमेरिकन को अमेरिका के महत्वपूर्ण पदों पर देख सकते हैं.
चलिए महामारी की घटनाओं से शुरुआत करते हैं-
अमेरिका में विवेक मूर्ति कोविड-19 टास्कफोर्स की सह-अध्यक्षता करेंगे, उनके साथ भारतीय मूल के डॉ. अतुल गावंडे और डॉ. सेलिना गाउंडर भी शामिल होंगे.
साफ हैं इस Covid19 महामारी के बीच हुए अमेरिकी चुनाव में पुरूषों से ज़्यादा महिलाओं ने बाज़ी मारी .अगर हिंट चाहिए तो ये नाम पढ़ें- प्रमिला जयपाल, माला अडिगा, नित्या रमन. ऐसी खबरें भी आ रहीं हैं कि दो भारतीय-अमेरिकी, अरुण मजूमदार और नीरा टंडन बाइडेन के प्रशासन में एनर्जी सेक्रेटरी और मैनेजमेंट और बजट ऑफिस में डायरेक्टर का पद भी संभाल सकते हैं.
ये बात अब जग-जाहिर हैं कि भारतीय मूल की महिलाओं ने अमेरिका में परचम लहराया. लेकिन सिर्फ महिलाओं ने नहीं , बल्कि भारत की दो बच्चियां भी शामिल थीं. गीतांजली राव और अनिका चेबरोलु.
15 साल की गीतांजलि को साइंस में शानदार काम के लिए टाइम मैगजीन ने 'किड ऑफ द ईयर' के रूप में अपने कवर पर जगह दी है, वहीं चेबरोलू ने कोविड-19 के संभावित इलाज ढ़ूढने के लिए 3M यंग साइंटिस्ट चैलेंज जीता. जिसके लिए उन्हें $25,000 भी मिले.
अगर आप जरा सोचेंगे कि अमेरीका की सबसे बड़ी कपड़े की रिटेलर कौन हैं? तो फिर से एक इंडियन-अमेरिकन, सोनिया सान्याल का नाम आएगा, जिन्होंने इस साल GAP Inc के CEO का पद संभाला है. वो Pepsi Co कंपनी की इंदिरा नूयी की तरह ही फॉर्च्यून 500 में सबसे अधिक रैंक वाली भारतीय-अमेरिकी CEO महिला बनीं. और इसके साथ ही NBA में सुयश मेहता पहले भारतीय मूल के रेफरी भी बनें.
अब भारतीय हर जगह पहुंच गए हैं, तो स्पेस में क्यों ना जाएं ?
नासा के अंतरिक्ष यात्री राजा चारी SpaceX मिशन के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उतरेंगे और शायद, उसके बाद में चंद्रमा पर भी जाएंगे और आखिर में राहुल दुबे, वो नेक दिल इंसान जिसने ब्लैक लाइव्स मैटर के प्रदर्शनकारियों को आश्रय दिया और उन्हें टाइम 'हीरो ऑफ द ईयर' चुना गया.
तो इस तरह से साल 2020 में भारतीय-अमेरिकियों का जलवा रहा. क्या 2021 में हमें इनके और भी ज्यादा जलवे देखने को मिलेंगे .
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