उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के फूलपुर स्थित इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) में मंगलवार देर रात हुए बड़े हादसे में अमोनिया गैस रिसाव की चपेट में आने से दो अधिकारियों की मौत हो गई. वहीं, कई कर्मचारियों के बीमार होने की खबर है. ये पहला मौका नहीं है जब लापरवाही के कारण गैस रिसाव लोगों के लिए आफत बना हो.
इस साल देश में चित्तूर से लेकर विशाखापट्टनम और कुरुक्षेत्र में अमोनिया गैस रिसाव की बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं. एक नजर.
9 अक्टूबर - गोवा
9 अक्टूबर को गोवा के मझगांव में कंकोलिम इंडस्ट्रियल एस्टेट में एक मछली प्रोसेसिंग प्लांट की कोल्ड स्टोरेज यूनिट में अमोनिया गैस रिसी थी. इस रिसाव की चपेट में आने से 22 साल के एक वर्कर की मौत हो गई थी, जबकि तीन वर्करों की हालत काफी खराब हो गई थी,
21 अगस्त - चित्तूर
20-21 अगस्त को आंध्र प्रदेश के चित्तूर में अमोनिया गैस रिसाव की घटना हुई. कम से कम 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई, जब पुटलापट्टू मंडल के बांदापल्ली में स्थित एक दूध डेयरी यूनिट में गैर रिसाव हुआ.
1 अगस्त - पटना
1 अगस्त को बिहार की राजधानी पटना के जनकपुर क्षेत्र में एक मैनुफैक्चरिंग फैक्ट्री में अमोनिया का रिसाव फैलने से तनाव फैल गया था. फैक्ट्री के एक गैस टैंक से रिसने वाली गैस को एनडीआरएफ टीम ने मौके पर पहुंचकर काबू कर लिया था.
27 जून - नांदयाल
27 जून को आंध्र के कुर्नूल जिले के नांदयाल की एक प्राइवेट फैक्ट्री में गैस रिसाव से एक की मौत हो गई थी और 3 लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था. उस वक्त इस रिसाव के केवल फैक्ट्री क्षेत्र में ही प्रभावी होने की बात कही गई थी.
7 मई - विशाखापट्टनम
7 मई को विशाखापट्टनम के एक केमिकल प्लांट में अमोनिया रिसाव से कम से कम 12 लोगों की मौत की खबर ने हाहाकार जैसी स्थिति पैदा कर दी थी. इस दुर्घटना में 1000 से ज्यादा लोगों के बीमार होने की भी खबर आई थीं. जिस प्लांट में यह हादसा हुआ था, वह बड़ी दक्षिण कोरियाई पेट्रोकेमिकल कंपनी एलजी चेम के मालिकाना हक वाला था और इस हादसे पर दक्षिण कोरिया के राजदूत ने भी खेद जताया था.
19 फरवरी - कुरुक्षेत्र
19 फरवरी को हरियाणा के कुरुक्षेत्र से 20 किलोमीटर दूर शाहबाद मरकंडा में स्थित एक कोल्ड स्टोरेज यूनिट में गैस रिसाव की चपेट में कम से कम 45 लोग आए थे, जिनमें से कई को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. बड़ा हादसा होने से इसलिए टल गया था, क्योंकि रिसाव उस वक्त हुआ जब अधिकांश कर्मचारी डिनर के लिए यूनिट से बाहर गए थेl
1 फरवरी - नोएडा
1 फरवरी को उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित हल्दीराम बिल्डिंग में अमोनिया गैस लीक होने से 42 वर्षीय एक वर्कर की मौत हो गई थी और गैस रिसाव के असर को देखते हुए आसपास के इलाके से 300 लोगों को हटाया गया था. फौरन नेशनल डिसास्टर रिस्पॉन्स फोर्स के फायरफाइटरों की मुस्तैदी से बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बचा था.
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