ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान ने भारी तबाही मचाई है. तूफान के कहर से पश्चिम बंगाल में करीब 12 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ घंटों के दौरान चक्रवात का असर कम होनेवाला है. अब बताया जा रहा है कि, पिछले 6 घंटों के दौरान तूफान 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है. वहीं, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव का कार्य कर रही है. ओडिशा में कुछ इलाकों में दुकानें खुली है.
चक्रवाती तूफान अम्फान ने 20 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में काफी तबाही मचाई. पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में तूफान की वजह से पांच हजार से ज्यादा घर तबाह हो गए. बुधवार को तूफान की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी तेज थी.
तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल में कई जिलों में यातायात प्रभावित हुआ है. सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं. पेड़ के गिरने से बिजली तार, वाहन, सड़क और घरों को काफी छति हुई है. हालांकि, एनडीआरएफ की टीम लगातार स्थिति को सामान्य करने में लगी हुई है.
एनडीआरएफ कर रही राहत का कार्य
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने बताया कि, उनकी टीम लगातार राहत कार्य में लगी हुई है. कोलकाता में एयरपोर्ट रोड पर टीम राहत का कार्य कर रही है. यातायात को जल्द ही सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि, पश्चिम बंगाल में लैंडफॉल हुआ है, वहां ओडिशा की तुलना में ज्यादा नुकसान हुआ है. लैंडफॉल दक्षिणी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर में हुआ है. पहले गिरे हुए पेड़ों को काटकर रास्तों को साफ किया जा रहा है ताकि आवागमन शुरू हो सके.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, पश्चिम बंगाल में अम्फान चक्रवात की तबाही का दृश्य देखा गया है. इस चुनौती के समय में, पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ एकजुटता से खड़ा है. राज्य के लोगों की भलाई के लिए मैं प्रार्थना करता हूं. स्थिति को सामान्य करने का प्रयास जारी है.
पश्चिम बंगाल में ज्यादा तबाही
चक्रवाती तूफान अम्फान से पश्चिम बंगाल में तेज हवा के साथ भारी बारिश हुई. तूफान की वजह से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली व दूरसंचार के बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है. वहीं, सीएम ममता बनर्जी ने जानकारी दी है कि, यहां अलग-अलग इलाकों में करीब 12 लोगों की मौत हुई है.
ओडिशा में खुली दुकान
अम्फान तूफान की वजह से ओडिशा में हुई भारी बारिश से कई क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. हालांकि, यहां बालासोर के पतरापाड़ा क्षेत्र में दुकानें सामान्य स्थिति में खुलती दिखी. रोजमर्रा के सामानों के दुकान खोले गए हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)