देशभर के टैलेंट शो शायद इतना ‘टैलेंट’ नहीं खोज पाते हैं, जितना महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ढूंढ लेते हैं. ट्विटर पर काफी एक्टिव रहने वाले आनंद महिंद्रा इन टैलेंट्स को खोजकर उनकी मदद करने के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. पिछले साल आनंद महिंद्रा ‘जख्मी जूतों का अस्तपाल’ ढूंढने के लेकर काफी चर्चा में रहे थे, इस साल उन्होंने ‘खटिया-वेटक’ से लेकर ‘हॉर्न-मैन’ जैसे टैलेंट खोजे.
इस साल भी आनंद महिंद्रा ने कई नए टैलेंट्स की पहचान की और अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए उन्होंने उसे प्रमोट भी किया. अब जैसे इन बुजुर्ग महिला की कहानी देखिए. महिंद्रा इडली वाली दादी अम्मा के बारे में जानकारी हासिल कर उनके इडली वाले बिजनेस में निवेश करना चाहते थे.
उन्होंने महिला का वीडियो शेयर कर लिखा था, ‘मैंने नोटिस किया है कि वो अभी तक लकड़ी के स्टोव का इस्तेमाल करती हैं. अगर कोई जानता है, तो मैं उनके बिजनेस में इंवेस्ट कर उन्हें एलपीजी गैस देना चाहूंगा .’
‘खटिया-वेटर’
आनंद महिंद्रा ने देसी जुगाड़ का भी एक वीडियो शेयर किया था.
मुझे लगता है कि ‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है’ इस मुहावरे का आविष्कार भारतीयों ने किया था. हमारी फार्म और कंस्ट्रक्शन सेक्टर को जेसीबी की जगह इस नए प्रोडक्ट के बारे में विचार करना चाहिए. इसका नाम है ‘खटिया-वेटर’.आनंद महिंद्रा, बिजनेसमैन
‘हॉर्न-मैन’
आनंद महिंद्रा ने एक और टैलेंट खोजा था, जो अपने मुंह से गाड़ियों के हॉर्न की आवाज निकाल सकता था. इसका वीडियो शेयर करते हुए महिंद्रा ने लिखा था, ‘ये लड़का इंडियाज गॉट टैलेंट में होना चाहिए.’
जताई मदद की इच्छा
अक्टूबर में आनंद महिंद्रा ने एक ऐसे शख्स की भी मदद करने की इच्छा जताई थी, जो अपने 20 साल पुराने स्कूटर पर अपनी मां को भारत दिखाने निकला था. आनंद महिंद्रा ने उस शख्स को महिंद्रा KUV 100 NXT कार गिफ्ट करने की इच्छा जताई है. महिंद्रा ने उस शख्स के वीडियो को री-ट्वीट करते हुए कहा था कि ये केवल एक मां के लिए ही प्यार नहीं है, बल्कि देश के लिए भी प्यार है.
बिजनेस टायकून ने एक महिला की मदद करने की भी इच्छा जताई थी, जिसने गाड़ी चलाने के लिए लाइसेंस पाने के लिए काफी मेहनत की थी.
वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल से पहले भारत और बांग्लादेश का मैच था. इसी दौरान 87 साल की फैन चारुलता पटेल को आनंद महिंद्रा ने मैच देखने के लिए टिकट का खर्चा उठाने की बात कही थी. इसके अलावा उन्होंने कई आम, लेकिन 'अलग' लोगों की मदद की है.
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