महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा अगले साल अप्रैल महीने में अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद वो नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बन जाएंगे. कंपनी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा है कि आनंद महिंद्रा 1 अप्रैल 2020 से महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन नहीं होंगे. बताया गया है कि कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका अपने कार्यकाल तक एग्जीक्यूटिव पद का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे. वह 11 नवंबर 2020 तक इस पद पर बने रहेंगे.
महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्र ने ट्वीट कर कहा,
नेतृत्व में बदलाव की योजना की घोषणा करने में हुई देरी ग्रुप के सुशासन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, इससे मुझे खुशी हो रही है. मैं बोर्ड और नॉमिनेशन कमेटी का आभारी हूं, जिन्होंने एक साल तक कड़ी मेहनत कर योजना तैयार की.
एक आधिकारिक बयान में, कंपनी ने कहा कि, बोर्ड ने कार्यकारी अध्यक्ष से गैर-कार्यकारी अध्यक्ष तक आनंद महिंद्रा की भूमिका को बदलने की मंजूरी दे दी है. पवन कुमार गोयनका को 1 अप्रैल, 2020 से प्रभावी रूप से एमडी और सीईओ के रूप में फिर से नामित किया जाएगा.
64 वर्षीय आनंद महिंद्रा महिंद्रा ग्रुप के संस्थापक जगदीश चंद्र महिंद्रा के पोते हैं, उनका जन्म 1 मई 1955 को मुंबई में हुआ था. वह हरीश महिंद्रा और मां इंदिरा महिंद्रा के बेटे हैं. आनंद महिंद्रा ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई की है.
साल 2012 में आनंद बने थे चेयरमैन
आनंद महिंद्रा को अगस्त 2012 में महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप का चेयरमैन और एमडी बनाया गया था. वहीं, साल 2016 में उन्हें ग्रुप का एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया गया. उन्हें कोटक महिंद्रा बैंक के को-प्रमोटर की भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
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