महाराष्ट्र के अन्वय नाइक सुसाइड केस में नाइक परिवार ने फिर एक बार न्याय के लिए गुहार लगाई है. न्याय पाने के लिए क्या सिर्फ एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति होना जरूरी है? क्या सामान्य लोगो को न्याय नही मिल सकता ? ये सवाल अन्वय नाइक की बेटी आज्ञा नाइक ने लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे.
न्याय पाने के लिए अमीर होना जरूरी है?
अन्वय नाइक की बेटी आज्ञा नाइक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सवाल पूछे-
“न्याय पाने के लिए क्या सिर्फ एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति होना जरूरी है? क्या सामान्य लोगों को न्याय नही मिल सकता ?” आज्ञा नाइक ने कहा कि “हमें मिल रही धमकी पर कोई दखल नही दे रहा है, लेकिन अमीरों को मिल रही धमकियां सुर्खियों में है.” “अन्वय नाइक आत्महत्या मामले का आरोपी (अर्णब गोस्वामी) जब तलोजी जेल से बाहर निकला तब खुलेआम हमे देख लेने की धमकी दी गई थी. लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नही की गई.”
हमारा केस दबाया गया
आज्ञा नाइक ने कहा कि “हमारा केस दबाया गया है इसमें कोई शक नहीं है. गृहमंत्री अनिल देशमुख का बयान है कि, "पिछले सरकार ने हमारा केस दबाया" इससे हम बिल्कुल सहमत हैं.”
आज्ञा नाइक ने कहा कि “सुसाइड नोट होने के बावजूद पुलिस ने जांच नहीं की, इसलिए हमारी मांग है कि अन्वय नाइक मामले को किसने दबाने की कोशिश की, सरकार इसकी जांच करे.”
आज्ञा नाइक ने मांग करते हुए कहा कि “मुंबई पुलिस पर हमारा पूरा भरोसा है. पिछले सरकार ने जिस जांच को पूरा नहीं किया वो जांच ये सरकार पूरी करे और हमे न्याय दें.”
सुप्रीम कोर्ट ने अब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं दिया है. इसलिए कोई किसी नतीजे पर ना पहुंचे.
आज्ञा नाइक ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि, “अगर सभी मामलों की चर्चा सदन में ही होनी है तो फिर कोर्ट की जरूरत क्या है?”
क्या था मामला?
अन्वय नाइक ने साल 2018 में अपने घर में फांसी लगा ली थी. नाइक परिवार का आरोप है कि रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी ने उनके काम का भुगतान नहीं किया था. इस मामले में अलीबाग पुलिस ने अर्णब गोस्वामी को 4 नवंबर को गिरफ्तार किया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)