केंद्र सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान को केरल का राज्यपाल बनाया है. बता दें कि खान राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे थे, उन्होंने शाह बानो केस को लेकर राजीव गांधी सरकार के स्टैंड पर असहमति जताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. खान ने साल 1986 में कांग्रेस पार्टी भी छोड़ दी थी.
पिछले दिनों आरिफ मोहम्मद खान ने तीन तलाक बिल पर मोदी सरकार का समर्थन किया था. जून में जब तीन तलाक बिल लोकसभा में पेश हुआ था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में खान के बयान का जिक्र करते हुए कांग्रेस का समर्थन मांगा था.
राज्यपाल के तौर पर अपनी नियुक्ति के बाद खान ने कहा, ‘’यह सेवा करने का मौका है. यह मेरा सौभाग्य है कि मैं भारत जैसे विविधता से भरे देश में पैदा हुआ. भारत के एक सीमाई राज्य को जानने का मुझे काफी अच्छा मौका मिला है.’’
बता दें कि राष्ट्रपति भवन कार्यालय से 1 सितंबर को जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, आरिफ मोहम्मद खान के अलावा भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र, तमिलिसाई सुंदरराजन को तेलंगाना और बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र का ट्रांसफर करके उन्हें राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. ये सभी नियुक्तियां पदभार संभालने के दिन से ही प्रभावी होंगी.
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