मंगलवार 31 दिसंबर को रिटायर हुए भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन लगातार सहयोग के लिए जवानों को धन्यवाद दिया. जनरल रावत ने साथ ही नए सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को शुभकामनाएं दी और उम्मीद जताई कि भारतीय सेना उनके नेतृत्व में नई ऊंचाईयों को छुएगी.
अपने रिटायरमेंट से एक दिन पहले सोमवार 30 दिसंबर को ही जनरल रावत को भारत का पहला ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ नियुक्त किया गया. ‘फोर स्टार’ अफसर के इस रैंक में जनरल रावत भारत की तीनों सेनाओं में समन्वय का काम करेंगे और रक्षा मंत्रालय के बीच प्रिंसिपल डिफेंस एडवाइजर होंगे.
31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख नियुक्त किए गए जनरल रावत ने के 3 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद मंगलवार को साउथ ब्लॉक पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद वो वॉर मेमोरियल गए, जहां उन्होंने भारत के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
‘चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सिर्फ एक ओहदा’
इसके बाद उन्होंने मीडिया से भी बात की और अपने कार्यकाल के दौरान सेना के जवानों के सहयोग के लिए उनका शुक्रिया अदा किया.
“भारतीय सेना के सभी जवानों और ओहदेदारों को बधाई और धन्यवाद देना चाहता हूं.उनके सहयोग के कारण मैं सफलतापूर्वक अपना कार्यकाल करने में सफल हुआ. उन सभी को और उनके परिवारवालों को, पूर्व सैनिकों को, वीर माताओं को भी बधाई और नए साल की शुभकामनाएं देना चाहता हूं.”जनरल बिपिन रावत
उन्होंने कहा, “चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ सिर्फ एक ओहदा है. वो अकेले काम नहीं करता. उसको अपने जवानों और ओहदेदारों का सहयोग मिलता है और टीमवर्क के कारण ही सफलता मिलती है. चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ तभी कहलाता है, जब सब मिलकर काम करते हैं.”
नई ऊंचाईयां छुएगी सेना
देश के 28वें सेनाध्यक्ष बने लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे को जनरल रावत ने काबिल लीडर बताया और सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं.
“मैं जनरल नवरवणे को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं देता हूं. वो एक आत्मविश्वासीऔर काबिल लीडर हैं. मुझे उम्मीद है कि भारतीय सेना उनके नेतृत्व में नई ऊंचाईयां छुएगी.”जनरल बिपिन रावत
जनरल रावत 1 जनवरी से भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर अपना कार्यभार संभालेंगे. वो कब तक इस पद पर रहेंगे अभी ये तय नहीं है. सोमवार को जारी सरकारी नोटिफिकेशन के मुताबिक वो अगले आदेश तक इस पद पर रहेंगे.
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