केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर दौरे से दो दिन पहले थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे चुराचांदपुर जिले में विभिन्न नागरिक समाज संगठनों के साथ बैठक करने के लिए शनिवार को मणिपुर पहुंचे. रक्षा सूत्रों ने बताया कि सीओएएस दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को इंफाल पहुंचे. वह विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे, जहां वह स्थानीय कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे और जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे. जनरल पांडे जवानों से भी बातचीत करेंगे.
रविवार को वह राज्यपाल अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, मणिपुर के मुख्य सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह से मुलाकात करेंगे और संकटग्रस्त राज्य में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा पर चर्चा और विचार-विमर्श करेंगे
मणिपुर सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के 16 जिलों में से कम से कम 11 में व्यापक जातीय हिंसा को देखते हुए राज्य प्रशासन ने 3 मई को सेना और असम राइफल्स की मांग की थी. सरकार के अनुरोध पर तत्काल सेना और असम राइफल्स ने संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में सक्रिय वर्चस्व कायम करके स्थिति को शांत करने के लिए सैनिकों की 135 टुकड़ियां तैनात कीं.
विभिन्न समुदायों के लगभग 35,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाया गया है. सेना और असम राइफल्स द्वारा नागरिकों को तत्काल राहत और मानवीय सहायता प्रदान की गई है.
इस बीच, संघर्षग्रस्त राज्य के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को तीन दिवसीय दौरे पर मणिपुर पहुंचने वाले हैं.
इस बीच, पूर्वी कमान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने जमीनी सुरक्षा स्थिति का आकलन और समीक्षा करने के लिए 22 से 24 मई तक मणिपुर के कई संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले जिलों का दौरा किया था.
उन्होंने कांगपोकपी, मातृपुखरी, चुराचंदपुर, बिष्णुपुर, येंगांगपोकपी और मोरेह का दौरा किया, जहां उन्हें स्थानीय कमांडरों द्वारा सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया गया.
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