दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अनजाने में हुई गलती को सुधारने के लिए स्वर्ण मंदिर में अपनी सेवा दी.
केजरीवाल बीती रात को अमृतसर पहुंचे और सोमवार सुबह उन्होंने स्वर्ण मंदिर में 45 मिनट बिताए और बर्तन धोए. इसके बाद उन्होंने स्वर्ण मंदिर में जाकर मत्था टेका और अरदास की. स्वर्ण मंदिर के बाहर वह करीब आधा घंटा तक बैठे रहे और शबद कीर्तन सुना.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के ‘युवा घोषणा पत्र’ में पार्टी चुनाव चिह्न ‘झाडू’ के साथ स्वर्ण मंदिर की तस्वीर छापने से विवाद उठ गया था, जिसका पश्चाताप करने केजरीवाल स्वर्ण मंदिर पहुंचे.
पार्टी के युवा घोषणा पत्र में अगर हमने जाने अनजाने में भूलवश कोई गलती की है, तो मैं यहां पश्चाताप के लिए सेवा देने आया हूं. मैंने यहां ‘शबद कीर्तन’ सुना, जिससे मुझे असीम शांति मिली. अब मेरे मन को शांति महसूस हो रही है.अरविंंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री (दिल्ली)
आशीष खेतान भी साथ
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशीष खेतान भी केजरीवाल के साथ थे. अमृतसर की पुलिस ने खेतान के खिलाफ धारा 295-ए (धार्मिक भावनाएं आहत करने) के तहत मामला दर्ज किया था. गुरुग्रंथ साहिब और गीता सहित अन्य धार्मिक ग्रंथों से पार्टी के घोषणा पत्र की तुलना कर खेतान मुश्किल में घिर गए थे.
पहले बताया था साजिश
अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी पर एकसाथ हमला बोलते हुए दावा किया था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को पंजाब में सफलता मिलती दिख रही है, इसलिए ये दोनों दल घबराए हुए हैं और आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है.
केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी, पंजाब के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर, युवा नेता हरजोत बैंस, सांसद भगवंत मान और साधू सिंह, गायक गुरप्रीत सिंह गुग्गी, दिल्ली के विधायक जरनैल सिंह, अभिनेत्री गुल पनाग और वकील एच एस फुल्का भी शामिल थे.
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