प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6 फरवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव और आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े कुछ लोगों के घरों पर छापेमारी की है. ED अब तक दिल्ली और दिल्ली एनसीआर में 12 ठिकानों पर रेड कर चुकी है. जांच एजेंसी के अधिकारियों ने केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के पूर्व सदस्य शलभ कुमार के अलावा कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है.
इसके अलावा ED के अधिकारियों ने AAP के कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता के आवास पर भी छापेमारी की. एनडी गुप्ता पार्टी के राज्यसभा सदस्य भी हैं.
ED की यह कार्रवाई दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सीएम अरविंद केजरीवाल को 5 समन भेजने के बाद हुई है. केजरीवाल ने इन समन का जवाब नहीं दिया है और ED के सामने पेश नहीं हुए हैं.
AAP मंत्री का बीजेपी पर निशाना
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का इन छापों को राजनीति से प्रेरित बताया है. उन्होंने कहा, "AAP नेताओं और AAP से जुड़े लोगों के खिलाफ ED की छापेमारी चल रही है. AAP कोषाध्यक्ष और सांसद एनडी गुप्ता, अरविंद केजरीवाल के पीए और अन्य के आवास पर छापेमारी चल रही है. बीजेपी केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से हमारी पार्टी को दबाना चाहती है लेकिन मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि हम डरेंगे नहीं."
क्या है मामला?
AAP से जुड़े लोगों के घरों पर ये छापे दिल्ली जल बोर्ड में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है. जांच एजेंसी का आरोप है कि दिल्ली जल बोर्ड की टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता हुई है. ED केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) की FIR के आधार पर दिल्ली जल बोर्ड की निविदा प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की जांच कर रहा है.
CBI के FIR में आरोप लगाया गया है कि दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों ने इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फ्लोमीटर की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और चालू करने के लिए टेंडर देते समय एक फर्म को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया है.
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