ADVERTISEMENTREMOVE AD

केजरीवाल के लिए 'AK Bro' कोड था, करोड़ के लिए 'घी': ठग सुकेश के नए लेटर में आरोप

बीआरएस प्रवक्ता ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि चैट मनगढ़ंत हैं

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मंडोली जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) ने अपने नए लेटर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना कीं MLA के कविता के बीच दिल्ली शराब घोटाले मामले में वित्तीय लेन-देन पर आरोप लगाया है.

चंद्रशेखर के वकील द्वारा जारी इस लेटर में आरोप लगाया गया है कि यह राशि हैदराबाद से हवाला के माध्यम से आम आदमी पार्टी को ट्रांसफर की गई थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सुकेश चंद्रशेखर ने यह भी दावा किया कि उनके पास अपने आरोपों को साबित करने के लिए स्क्रीनशॉट हैं.

पत्र में, चंद्रशेखर ने उल्लेख किया कि राजनेताओं के साथ उसके कथित चैट में निम्नलिखित कोड शब्दों का उपयोग किया गया था.

  • 'एके ब्रो': अरविंद केजरीवाल

  • 'एसजे ब्रो': सत्येंद्र जैन

  • 'मनीष': मनीष सिसोदिया

  • 'अरुण': अरुण पिल्लई

  • 'जेएच': जुबली हिल्स - के कविता के स्वामित्व वाला गेस्ट हाउस

  • 'ऑफिस': टीआरएस पार्टी मुख्यालय

  • 'पैकेज': 15 करोड़ रुपये नकद

  • '15 ग्राम घी': 15 करोड़ रुपये नकद

  • '25 ग्राम घी': 25 करोड़ रुपये नकद

  • सिस्टर: के कविता

बीआरएस की प्रतिक्रिया

बीआरएस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पी विष्णु रेड्डी ने द क्विंट से बात करते हुए आरोपों से इंकार किया. उन्होंने कहा कि किसी नंबर को 'कविता अक्का टीआरएस' के नाम में सेव करने से यह साबित नहीं होता है कि यह के कविता का नंबर है. उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह है कि यह चैट मनगढ़ंत है.

सुकेश चंद्रशेखर एक ठग है जिसकी कोई विश्वसनीयता नहीं है और उसे एक केंद्रीय जेल से बयान जारी करने की अनुमति दी जा रही है. बीआरएस पूछता है कि ऐसा करने के लिए उसे संसाधन और समर्थन कौन दे रहा है?
बीआरएस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पी विष्णु रेड्डी

बीआरएस ने यह भी दावा किया है कि चंद्रशेखर द्वारा अपना पत्र जारी करने के तुरंत बाद, तेलंगाना के बीजेपी नेता रघुनंदन राव ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बीआरएस पार्टी की मान्यता रद्द करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि यह के कविता की छवि को धूमिल करने का प्रयास है और इस तरह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर दबाव डालने का प्रयास है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×