एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) पहुंचे जहां आज पहले अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया था. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुधवार 20 अप्रैल के अतिक्रमण अभियान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
कानूनी तौर पर, एक नया बुलडोजर जुलूस निकाला गया है- ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने इस कार्रवाई को एक 'टार्गेटेड अतिक्रमण' बताया है जिसमें एक मस्जिद के सामने की दुकानों को बुलडोजर से गिराया गया लेकिन मंदिर के सामने नहीं. असदुद्दीन ओवैसी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि,
“कानूनी तौर पर, एक नया बुलडोजर जुलूस निकाला गया है मुसलमानों को सामूहिक सजा मिल रही है, किसी गरीब के श्राप से डरो. आपने मस्जिद के सामने की दुकानें गिरा दीं, लेकिन मंदिरों के सामने क्यों नहीं? यह एक टार्गेटेड विध्वंस है, मैं इसकी निंदा करता हूं.”असदुद्दीन ओवैसी
सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देते हुए ओवैसी ने कहा कि, "मैं आभारी हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और तत्काल रोक लगा दी, लेकिन वे फिर भी नहीं रुके. ये लोग जनता को बांग्लादेशी और रोहिंग्या कह रहे हैं? वे भारतीय हैं."
ओवैसी ने आगे कहा कि, "मैं यह पहले भी कह चुका हूं, अंसार, अहमद पर बुलडोजर चलेगा लेकिन अर्जुन, अजय पर नहीं. यही अंतर है. अंसार बीजेपी या आम आदमी पार्टी में होते हुए भी अंसार बने रहते हैं... यह विध्वंस विजिलेंट जस्टिस है... चुनाव आते-जाते रहते हैं, लेकिन उनका क्या जो रमजान के दौरान सड़कों पर आ गए ?"
दिल्ली के जहांगीरपुरी में सुप्रीम कोर्ट द्वारा यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश के बावजूद विध्वंस अभियान जारी था क्योंकि एनडीएमसी के अधिकारियों के अनुसार उन्हें इस संबंध में शीर्ष अदालत का आदेश मिलना बाकी था. स्टे के आदेश के एक घंटे से अधिक समय बाद, आदेश की प्रति आने के बाद यह कवायद रोकी गई.
सुप्रीम कोर्ट कल मामले की सुनवाई करेगी। जहांगीरपुरी में पिछले शनिवार को उस समय सांप्रदायिक झड़प हो गई जब हनुमान जयंती का जुलूस इलाके से होकर गुजरा और इसमें कई लोग घायल हुए जिसमें कुछ पुलिसकर्मी थे और एक स्थानीय निवासी था. इस हिंसा के बाद दो नाबालिगों सहित कम से कम दो दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)