राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का आरोप है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में उनका रेफरेंस देकर देश को गुमराह किया. दरअसल, अमित शाह ने सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के दौरान राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की उस चिट्ठी का जिक्र किया था, जो उन्होंने तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम को लिखी थी.
इसके जवाब में गहलोत ने कहा है :
‘’यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के गृहमंत्री राज्यसभा में मेरा रेफरेंस देकर देश को गुमराह कर रहे हैं. हमने तो पाकिस्तान से सीमावर्ती राजस्थान आए शरणार्थियों की बरसों से जो मांग थी, चाहे वो हिंदू थे या सिख थे, उसे लेकर पहल की. हमने भारत के तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम जी को लेटर लिखा, अगर हिंदू और सिख के अलावा और कोई भी होते, तो उनके लिए भी हम यही रिकमेंड करते.’’अशोक गहलोत, राजस्थान के मुख्यमंत्री
गहलोत ने इंदिरा गांधी के कार्यकाल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा :
‘’इंदिरा जी के वक्त में 1971 में मैं खुद बंगाल बॉर्डर पर रहा था. उस समय भी जो शरणार्थी आए थे, चाहे जिस भी धर्म के लोग थे, सभी की हमने सेवा की. शरणार्थी चाहे यहां के हों या वहां के हों, हमारे यही भाव हमेशा रहे हैं.’’अशोक गहलोत, राजस्थान के मुख्यमंत्री
नागरिकता बिल को लेकर देशभर में आक्रोश: गहलोत
राजस्थान के सीएम नागरिकता बिल को लेकर मोदी सरकार पर बरसते भी नजर आए. उन्होंने कहा कि इस बिल को लेकर पूरा देश गुस्से में है, लेकिन मोदी-शाह बयान दे-देकर मीडिया के जरिए इसे दबाना चाहते हैं.
‘’नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पूरे देश में बहुत आक्रोश है. मोदीजी, अमित शाहजी स्टेटमेंट देकर मीडिया के माध्यम से इसे दबाना चाहते हैं, उनको चिंता नहीं है. क्या नॉर्थ-ईस्ट का भाग हमारा हिस्सा नहीं है? ये चाहते क्या हैं देश को बताएं? हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं, तो खुल कर कहें, पता पड़े इनकी मंशा क्या है.’’अशोक गहलोत, राजस्थान के मुख्यमंत्री
गहलोत ने कहा कि जिस तरह का देश में माहौल है, उसमें कांग्रेस की ये जिम्मेदारी है कि वो देश के लोगों को आगाह करे कि हिंदोस्तान किस दिशा में जा रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)