नरेंद्र मोदी सरकार से सेवा विस्तार मिलने के मजबूत संकेतों के बीच, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी सोमवार को रिटायर हो गये. कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक वीके यादव को रेलवे बोर्ड का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है.
बता दें, पिछले साल अगस्त महीने में उत्तर प्रदेश के औरेया के पास कैफियत एक्सप्रेस के पटरी से उतरने पर एके मित्तल के इस्तीफे के बाद लोहानी को रेलवे बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था.
कौन हैं रेलवे बोर्ड के नए अध्यक्ष वीके यादव?
- वीके यादव भारतीय इलेक्ट्रिकल इंजीनियर रेलवे सेवा के 1980 बैच के अधिकारी हैं
- उन्होंने फरवरी 1982 में सहायक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में करियर शुरू किया था
- यूपी में गोरखपुर के मूल निवासी वीके यादव ने ऑस्ट्रेलिया की ला ट्रोबे यूनिवर्सिटी से एमबीए और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है
- उन्हें प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, जनरल मैनेजमेंट, इंडस्ट्रियल पॉलिसी फार्म्यूलेशन, विदेशी सहयोग और डायरेक्ट फॉरेन इन्वेस्टमेंट का विशेष अनुभव है
- उन्होंने वर्ल्ड बैंक के इंटरनेशनल टेक्नीकल प्रोग्राम और जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी- जिका के फंडिंग से जुड़े कार्यक्रमों और योजनाओं को भी नजदीकी से देखा है
- उत्तर रेलवे में चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, लखनऊ के डीआरएम, दिल्ली के एडीआरएम लखनऊ लोको वर्कशॉप के डिप्टी चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं
- वे डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर कॉर्पोरेशन में ग्रुप जनरल मैनेजर के तौर पर भी काम कर चुके हैं
लोहानी को एक्सटेंशन दिए जाने की थी अटकलें
इससे पहले दिनभर निवर्तमान चेयरमैन अश्विनी लोहानी को एक्सटेंशन देने की अटकलें चलती रहीं. हालांकि, शाम 4 बजे तक इस बारे में कोई आदेश न आने पर लोहानी को रिटायरमेंट की विदाई दी गई. विदाई के लगभग ढाई घंटे बाद नए चेयरमैन के ऑर्डर सामने आए.
नए चेयरमैन वीके यादव फिलहाल साउथ सेंट्रल रेलवे में जनरल मैनेजर हैं.
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