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असम: सिल्चर एयरपोर्ट पर अनिवार्य COVID टेस्टिंग से भागे 300 यात्री

असम आने वाले हर यात्री को रैपिड एंटीजन टेस्ट और RT-PCR टेस्ट कराना होता है

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देश में कोरोना वायरस के आंकड़े रोजाना रिकॉर्ड बना रहे हैं. पिछले 24 घंटों में 3.14 लाख नए कोरोना केस सामने आए हैं. देश में महामारी बढ़ती जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ असम के सिल्चर एयरपोर्ट से 300 यात्रियों के कोविड टेस्टिंग से भागने का मामला सामने आया है.

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इंडिया एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, करीब 300 यात्रियों ने सिल्चर एयरपोर्ट पर अनिवार्य कोविड 19 टेस्टिंग नहीं कराई और टेस्टिंग सेंटर से भाग गए.

असम सरकार ने कोरोना की दूसरी वेव के मद्देनजर एयरपोर्ट्स पर कोविड टेस्टिंग अनिवार्य की थी. असम आने वाले हर यात्री को रैपिड एंटीजन टेस्ट और RT-PCR टेस्ट कराना होता है.

रिपोर्ट कहती है कि सिल्चर एयरपोर्ट क्योंकि साइज में छोटा है, इसलिए टेस्टिंग करीबी टिकोल मॉडल अस्पताल में होती है.

कैसे भागे यात्री?

कछार जिले के ADC स्वास्थ्य सुमित सत्तावन ने कहा कि 21 अप्रैल को सिल्चर में 690 लोग लैंड हुए थे और उनमें से कुछ की टेस्टिंग नहीं की गई थी क्योंकि वो दूसरे उत्तर-पूर्वी राज्यों में जा रहे थे.

"189 लोगों की टेस्टिंग हुई, जिसमें से छह लोग संक्रमित पाए गए. करीब 300 लोग चले गए. वो कैसे भागे और टेस्टिंग क्यों नहीं हो पाई, इसकी हम जांच कर रहे हैं. इन यात्रियों को ट्रेस किया जाएगा."
सुमित सत्तावन, कछार जिले के ADC स्वास्थ्य

इंडियन एक्सप्रेस की खबर में एक और अफसर के हवाले से बताया गया कि 'यात्री टेस्ट नहीं कराना चाहते थे और इसलिए उन्होंने सहयोग नहीं किया और सेंटर से भाग गए.'

ADC सत्तावन ने कहा कि एयरपोर्ट से अस्पताल तक यात्रियों को प्रशासन बस में ले जाता है. पुलिस भागने वाले यात्रियों को ट्रेस कर रही है, जिसके बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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