प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक का उद्धाटन किया. इस स्मारक को ‘सदैव अटल’ स्मृति स्थल नाम दिया है. ये स्मारक डेढ़ एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, जहां 17 अगस्त को वाजपेयी का अंतिम संस्कार हुआ था.
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के अलावा मनमोहन सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी, रविशंकर प्रसाद, जेपी नड्डा, अमित शाह और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी अटल बिहारी को श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही तमाम नेताओं ने पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें भी नमन किया.
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए मंगलवार को कहा कि उनके योगदान को सदा याद रखा जाएगा. अटल बिहारी को नमन करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ हम सबके प्रिय, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन. ''
मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में महामना को स्मरण करते हुए कहा, ‘‘पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. शिक्षा के क्षेत्र में अमिट योगदान और राष्ट्र के प्रति असीम समर्पण के लिए महामना सदा याद किए जाएंगे.''
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके जन्मदिन पर नमन करते हुए को कहा कि अटल जी ने अपने बेदाग राजनीतिक जीवन से राजनीति में उच्च आदर्श स्थापित किए.
शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि अटल जी ने राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर राष्ट्रसेवा को अपने जीवन का ध्येय बना लिया था. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल जी ने अपनी दूरदर्शिता और विकास नीतियों से देश में विकास और सुशासन के नए युग की शुरुआत की थी. अटल जी के ही दृढ़ नेतृत्व में भारत पोखरण में परमाणु परीक्षण कर और करगिल युद्ध में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देकर एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभरा.''
इससे पहले सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती की पूर्व संध्या पर उनकी स्मृति में 100 रुपये का सिक्का जारी करते हुए मोदी ने कहा था कि कुछ लोगों के लिए सत्ता जहां ऑक्सीजन के समान है, वहीं वाजपेयी अपने सार्वजनिक जीवन में लम्बे समय तक विपक्ष में बैठकर राष्ट्रहित से जुड़े विषय उठाते रहे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)