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अयोध्या में अलर्ट के बीच कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों भक्त पहुंचेंगे

अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं

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अयोध्या राम मंदिर- बाबरी मस्जिद केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगले हफ्ते आने की उम्मीद है. ऐसे में अयोध्या के साथ-साथ पूरे देश में भी अलर्ट जारी किया गया है. शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की घटना से निपटने के लिए एजेंसियां तैयारी में हैं. अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इन सभी तैयारियों के बीच अयोध्या में अगले हफ्ते लाखों भक्तों के आने की भी संभावना है.

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12 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मौके पर अयोध्या में लाखों भक्तों के उमड़ने की संभावना है. फैजाबाद के जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा से पूछा कि क्या फैसले के मद्देनजर लोगों की संख्या धीरे-धीरे कम की जाएगी, इस पर उन्होंने कहा, ‘नहीं, भक्त मंदिरों में दर्शन के लिए अयोध्या आते रहेंगे.’

जो श्रद्धालु पूर्णिमा स्नान के लिए अयोध्या आएंगे, वो कुछ दिन यहां ठहरेंगे इसलिए 20 नवंबर तक अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी मौजूदगी रहेगी.
शरण शास्त्री, पुजारी, सरयू कुंज सीता राम मंदिर

सूचना उपनिदेशक (फैजाबाद) मुरली धर सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने एलईडी वैन ऑपरेटरों को अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए लगातार रामायण और महाभारत टेलीविजन धारावाहिक प्रसारित करने के निर्देश दिए हैं.

यूपी में आधा दर्जन आतंकी घुस चुके हैं: इंटेलीजेंस

ऐसी आशंका है कि असामाजिक तत्व लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़का सकते हैं. इसलिए यूपी सरकार ने राज्य के संवेदनशील इलाकों पर नजर रखने और खास स्थानों पर पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए हैं. अयोध्या सुरक्षा को लेकर हमेशा हाई अलर्ट पर रहता है. खासकर विवादित स्थल के आसपास काफी सुरक्षा रहती है.

एजेंसियों को खुफिया जानकारी है कि लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे ग्रुप से जुड़े करीब आधा दर्जन आतंकी अपने संगठन के इशारे पर राज्य में आतंकी हमले करने के लिए नेपाल की सीमा से होकर यूपी में एंट्री कर चुके हैं.

आतंकवादी अयोध्या और आसपास के शहरों में छिपे हो सकते हैं. उनमें से कुछ की पहचान कथित तौर पर मोहम्मद याकूब, अबू हमजा, मोहम्मद शाहबाज, निसार अहमद और मोहम्मद कौमी चौधरी के रूप में हुई है.

सुरक्षा के लिए PAC की 50 कंपनियां तैयार

उत्तर प्रदेश के एक पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया कि भीड़ पर नजर रखने के लिए आरएएफ कंपनियों के अलावा प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की लगभग 50 कंपनियां तैयार हैं. पीएसी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की लगभग 10 कंपनियां स्थायी रूप से विवादित जगह पर साल भर के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगी.

एक दर्जन से ज्यादा पुलिस इंस्पेक्टर, 30 सब-इंस्पेक्टर और निचले रैंक के अधिकारियों को अयोध्या की सुरक्षा में लगाया जाएगा, जिन्हें कुल आठ क्षेत्रों में विभाजित किया गया है.

बता दें, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 40 दिन तक लगातार सुनवाई के बाद 16 अक्टूबर को अयोध्या मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. अब चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को अपने रिटायरमेंट से पहले अयोध्या मामले पर फैसला सुना सकते हैं.

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