ADVERTISEMENTREMOVE AD

मुल्क बाबरी मस्जिद की लाश ढो रहा था: दानिश इकबाल

लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने 9 नवंबर को भूमि विवाद पर फैसला सुनाते हुए जमीन हिंदू पक्ष को देने का आदेश दिया है. साथ ही मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही किसी महत्वपूर्ण जगह पर मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि देने का फैसला किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस ऐतिहासिक फैसले पर क्विंट हिंदी ने फिल्ममेकर्स से लेकर राजनेताओं से बात की.

दानिश इकबाल

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रोफेसर, दानिश इकबाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया, जो कोई भी समझदार मुसलमान को करना चाहिए था.

बाबरी मस्जिद की मौत जमाने पहले हो चुकी थी, उसकी लाश हमारा पूरा मुल्क ढो रहा था. हम सभी को इस बात की खुशी होनी चाहिए कि उसका दाह संस्कार अब हो गया है. दानिश इकबाल ने कहा कि हिंदुओं को जमीन देकर सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिमों का काम कर दिया, ऐसे कई मुस्लिम दोस्त-साथी हैं, जो इस जमीन को अपने हिंदू भाइयों को तोहफे के तौर पर देना चाहते थे.
दानिश इकबाल, प्रोफेसर, जामिया मिल्लिया इस्लामिया

दानिश इकबाल ने कहा कि पिछले काफी समय से इस मुद्दे का इस्तेमाल मुल्क को बांटने के लिए किया जा रहा था. आज वो इस्तेमाल खत्म हो गया है.

नीलांजन मुखोपाध्याय

लेखक और राजनीतिक विशेषज्ञ नीलांजन मुखोपाध्याय ने अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, 'ये विरोधाभासी है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले कई सालों से मुस्लिम पक्ष के कई तर्कों को स्वीकार किया, लेकिन आखिरी फैसले में उन्होंने उन्हें विवादित भूमि का कोई हिस्सा नहीं दिया. अयोध्या केस पर फैसला देश के अल्पसंख्यकों को गलत मैसेज देगा. इस फैसले से हिंदुओं में एक बार फिर से जीत का एहसास जाएगा.'

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दानिश हुसैन

फिल्ममेकर दानिश हुसैन ने इस मौके पर देश में शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘आज अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है. इस वक्त मुल्क के जो हालात हैं, मैं यही कहूंगा कि इंसाफ से ज्यादा अमन जरूरी है. मैं अपने मुस्लिम भाइयों से यही कहूंगा कि हमें आगे बढ़ जाना चाहिए और अपने देश में अमन-शांति का माहौल बनाना चाहिए.’

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पवन खेड़ा

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का शुरू से ये मानना था कि कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, उसका आदर किया जाना चाहिए, वो सर्वमान्य होगा.

ये अलग बात है कि जब हम ये कहते थे, तो आडवाणी जी कहते थे कि ये आस्था का विषय है, इसमें अदालत की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए. इस बात की खुशी है कि कांग्रेस पार्टी की इस बात को सभी ने माना.
पवन खेड़ा, प्रवक्ता, कांग्रेस

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का लगभग सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने सम्मान किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×