रामपुर में बुधवार को जालसाजी के मामले में आत्मसमर्पण करने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को गुरुवार की सुबह सीतापुर जेल में भेज दिया गया है. उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को भी सीतापुर जेल में भेज दिया गया है. खान परिवार को रामपुर जेल से गुरुवार तड़के 4.30 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच सीतापुर रोड लाया गया.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, रामपुर में राजनेताओं के समर्थकों के प्रदर्शन को लेकर बनाई जा रही योजना की रिपोर्ट के मिलने के मद्देनजर उन्हें ट्रांसफर करने का फैसला लिया गया है.एक अधिकारी ने कहा-
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव के गुरुवार को रामपुर आने की संभावना थी, ऐसे में वहां कानून व्यवस्था बाधित होती.”इससे पहले खान परिवार को बरेली में ट्रांफसर करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन बाद में फैसला बदल दिया गया और उन्हें सीतापुर लाया गया. गौरतलब है कि अब्दुल्ला आजम के दो जन्म-प्रमाण पत्र के जालसाजी मामले में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद आजम खान, उनकी पत्नी और बेटे ने आत्मसमपर्ण कर दिया था.
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजम खा का नाम लिए बिना उनकी तरफ इशारा करते हुए कहा, "हम गंदगी को साफ कर रहे हैं, चाहे वह किसी भी रूप में हो." मुख्यमंत्री योगी ने विधानसभा में वित्तवर्ष 2020-21 के लिए पेश बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा, "हमने तो भेदभाव नहीं किया. बिजली यहां आएगी, यहां नहीं आएगी. हमारे मंत्री ने पूछा कि रामपुर में बिजली आएगी या नहीं आएगी. मैंने कहा कि जैसे पहले आती थी, वैसे ही आएगी.
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, "बिजली तो अब बहुत चमक रही है वहां पर बहुत तेजी से चमक रही है, जब बिजली चमकती है तो फालतू वायरस नहीं पैदा होते.
योगी ने कहा, "वायरस गंदगी में ही पैदा होते हैं. हम उसी को दूर कर रहे हैं. उस तरह की सारी चीजों को एक साथ साफ करने का अभियान भी चल रहा है. स्वच्छ भारत अभियान में शौचालय के साथ-साथ उस गंदगी को भी साफ किया जा रहा है.
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