फिल्म बाहुबली के रिलीज होते ही ये शब्द सबके जुबान पर है. लेकिन इस शब्द के मायने समय-समय पर बदलते रहे.
बाहुबली हनुमान
यूं तो सबसे पहले इसे धार्मिक महत्व वाला शब्द माना जाता रहा है. हिंदुओं के देवता हनुमान का एक नाम. बाहुबली का अर्थ होता है जिसकी भुजाओं में अपार बल है. बलवान, शक्तिमान और ताकतवर. जिनके हाथों में इतनी ताकत हो जो किसी आम इंसान या किसी कसरत करने वाले ताकतवर इंसान के हाथों में भी नहीं होगा.
जब ताकत की, बल की या शक्ति की बात हो तो हनुमान का नाम सबसे पहले रखा जाता है. धार्मिक किताबों में ये दर्ज है कि हनुमान ने संजीवनी बूटी का एक पहाड़ हाथों से उठा लिया था.
बाहुबली नेता
लेकिन पूर्वांचल पट्टी जैसे बिहार, यूपी में नेताओं, विधायकों के लिए भी ये शब्द उपयोग किया जाने लगा. एक मायने में इसे निगेटिव संदर्भ के साथ उपयोग किया जाता रहा. अपराध की दुनिया से राजनीति में आकर धाक जमाने वाले नेता बड़े शौक से इसे अपने नाम के आगे जोड़ना पसंद करते हैं. अखबार हो या टीवी चैनल, खबरों में आने पर ऐसे नेताओं के नाम के आगे बाहुबली लगाना नहीं भूलते.
2006 में फिल्म ओमकारा आई, जो एक क्राइम-पाॅलिटिक्स बेस्ड स्टोरी थी. इस फिल्म के बाद से मीडिया में ऐसे नेताओं के नाम के आगे बाहुबली शब्द का प्रयोग तेजी से चलन में आ गया.
लेकिन ये उपनाम जहां नेताओं के लिए सम्मान बन जाता है वहीं जनता के मन में भी इन्हें लेकर एक इमेज बन जाती है. अपराध के बदौलत ताकतवर बने नेता की छवि. यानी ये उपनाम उन नेताओं को ब्रैंड बना देता है जिनका शायद ही कोई कुछ बिगाड़ सके!
बाहुबली 2: द कनक्लूजन
पर पिछले साल फिल्म ‘बाहुबली: द बिगनिंग’ देख कर निकलने के बाद लोगों के दिमाग में ये शब्द बैठ गया. वो भी वापस एक पाॅजिटीव इंपैक्ट के साथ.
फिल्म ने अपनी सेट की भव्यता, सिनेमाटोग्राफी, एक्शन और सस्पेंस से दिल जीत लिया था. फिल्म ने जिस मोड़ पर खत्म हुई थी वहां दमदार बाहुबली के लिए लोगों के मन में सहानुभूति पैदा हो गई और ये सवाल छोड़ गई कि ‘कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा’. लोगों को ‘बाहुबली 2’ का इंतजार शुरू हो गया था.
बाहुबली शब्द के मायने इस फिल्म ने बदल डाला. बच्चे तक खुद को बाहुबली कहलाना पसंद कर रहे हैं. कहानी साधारण है जिसमें अंत में बुराई पर अच्छाई की जीत होती है. बाहुबली को ताकत और हिम्मत के सिम्बल के रूप में गढ़ा गया.
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