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बाबा का ढाबा: बंद हुआ रेस्टोरेंट, पुराने ढाबे पर लौटे कांता प्रसाद

पिछले साल कांता प्रसाद का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसके बाद कई लोग उनकी मदद को आगे आए थे.

Published
भारत
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सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहे 'बाबा का ढाबा' मालिक कांता प्रसाद द्वारा खोला गया नया रेस्टोरेंट करीब 4 महीने पहले बंद हो गया, जिसके बाद बाबा फिर से अपने ढाबे पर खाना बेचने लगे हैं. पिछले साल यूट्यूबर गौरव वासन ने बाबा का एक वीडियो बनाकर शेयर किया था, जिसमें कांता प्रसाद ने रोते हुए बताया था कि उनके दो बेटे और एक बेटी है, लेकिन कोई मदद नहीं करता है. वह और उनकी पत्नी दिनभर ढाबे पर खाना बनाकर बेचते हैं.

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यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि रातोंरात बाबा की किस्मत बदल गई. बड़ी संख्या में लोग उनकी मदद के लिए सामने आए और ढाबे पर लंबी कतार लग गई. लोग उनके साथ एक फोटो खिंचाने के लिए उतावले होने लगे थे. बाबा ने मिली आर्थिक मदद से अपना एक नया रेस्टोरेंट खोल लिया, जिसमें 2 शेफ और एक हेल्पर को नौकरी मिली.

बाबा कांता प्रसाद के 32 वर्षीय बेटे आजाद ने IANS से बात करते हुए कहा, “करीब 4 महीने पहले रेस्टोरेंट बंद हो गया था, लोग आना कम हो गए थे. खर्चा के अनुसार कमाई बेहद कम हो रही थी. रेंट, काम करने वाले लड़कों की तनख्वाह, बिजली और पानी का बिल भरना पड़ता था.”

“रेस्टोरेंट खोलने में डेढ़ लाख से अधिक पैसे लगे थे. रेस्टोरेंट बंद होने के बाद हमने सारा सामान बेच दिया, जिससे 30 से 40 हजार रुपये मिले, मेरे पिता कांता प्रसाद ने अपना ढाबा कभी छोड़ा नहीं था, अफवाह उड़ा दी गई थी. बाबा तब भी ढाबे पर थे, हैं और रहेंगे. फिलहाल ढाबे पर लोग कम आ रहे हैं.”
आजाद, बाबा कांता प्रसाद के बेटे

नहीं निकल रहा था रेस्टोरेंट का खर्च

आजाद ने बताया कि उनके रेस्टोरेंट में काम करने वाले लड़के कहीं और काम कर रहे हैं. ढाबे पर ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी से साझेदारी खत्म हो चुकी थी. साथ ही जोमैटो से साझेदारी चालू थी, लेकिन मेन्यू में कुछ बदलाव करके फिर से शुरू किया जाएगा.

बाबा के बेटे के मुताबिक, रेस्टोरेंट में अगर महीने का खर्चा 2 लाख रुपये था, तो कमाई सिर्फ 15 हजार रुपये हो रही थी.

बाबा के फिर से पुरानी जगह लौटने पर यूट्यूबर गौरव वासन ने IANS से कहा, “मैं इस मसले पर क्या कहूं? ये तो उनकी करनी है. कर्म से ऊपर इस दुनिया में कुछ नहीं है.”

दरअसल, गौरव वासन के जिस वीडियो के चलते लोग बाबा की मदद करने के लिए टूट पड़े थे, उसे बनाने वाले यूट्यूबर गौरव से बाबा की अनबन हो गई थी. बाबा ने बाद में गौरव पर धोखाधड़ी का केस दायर कर दिया. इतना ही नहीं, बाबा कांता प्रसाद ने आरोप लगाया कि गौरव ने लोगों से उनके नाम पर बड़ी रकम जुटाई, लेकिन उन्हें कुछ ही हिस्सा दिया था.

फिलहाल रेस्टोरेंट बंद करने के बाद कांता प्रसाद एक बार फिर वहीं पहुंच गए हैं, जहां वह पहले ढाबा चलाते थे. कोरोना की दूसरी लहर में फिर से लॉकडाउन लगा तो पुराना ढाबा भी बंद करना पड़ा था.

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