महाराष्ट्र (Maharastra) के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui) कांग्रेस (Congress) छोड़ने के 2 दिनों बाद 10 फरवरी को अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए. उन्होंने NCP में शामिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला किया है.
बाबा सिद्दीकी बोले, "जैसे करी पत्ते का इस्तेमाल भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. कांग्रेस पार्टी में मेरे साथ वैसा ही व्यवहार किया गया."
बाबा सिद्दीकी पिछले 48 सालों से कांग्रेस से जुड़े हुए थे. उन्होंने पार्टी के छोड़ते हुए सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा, "मैं किशोरावस्था में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और यह 48 सालों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है. आज मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है."
उन्होंने लिखा...
"बहुत कुछ है जो मैं जाहिर करना चाहता हूं लेकिन जैसा कि वे कहते हैं कि कुछ चीजों को अनकहा छोड़ देना बेहतर है. मैं उन सभी को शुक्रिया कहना चाहता हूं, जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं."
वे मुंबई में कांग्रेस का एक प्रमुख मुस्लिम चेहरा थे और महाराष्ट्र में कांग्रेस-NCP गठबंधन के सत्ता में रहने के दौरान मंत्री रहे थे. बाबा सिद्दीकी से पहले जनवरी में पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा भी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए थे.
कौन हैं बाबा सिद्दीकी?
बाबा सिद्दीकी साल 1999 में मुंबई के बांद्रा (वेस्ट) से विधायक चुने गए थे. इससे पहले वे 1992 और 1997 में कांग्रेस की ओर से बई सिविक बॉडी के लिए कॉर्पोरेटर चुने गए थे. साल 2000 से 2004 के दरमियान बाबा महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेपलमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष भी रहे.
साल 2004 से 2008 तक वे महाराष्ट्र के विलासराव देशमुख की सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री थे.बाबा सिद्दीकी 2009 में वह एक बार फिर विधायक बने. 2014 से वह मुंबई कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष थे.
बेटे जीशान का क्या?
साल 2018 में प्रवर्तन निदेशालय ने बांद्रा में बाबा सिद्दीकी से जुड़े ठिकानों पर छापा मारा था. इसके बाद उनके बेटे जीशान राजनीति में ज्यादा सक्रिय हुए. जीशान फिलहाल बांद्रा (पूरब) से कांग्रेस के विधायक है. बाबा सिद्दीकी के NCP में जाने के बाद कयास तेज हैं कि जीशान भी उनके नक्शे कदम पर चलते हुए अजीत पवार की पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या उनका बेटा उनके नक्शेकदम पर चलेगा, बाबा सिद्दीकी ने कहा, "वह अपना फैसला खुद करेंगे.
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