अगर आप यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की संस्था हिंदू युवा वाहिनी के सदस्य बनना चाहते हैं तो पहले इन बातों पर गौर फरमाइए. संस्था ने सदस्यता लेने वाले फॉर्म में कुछ बदलाव किए हैं, ताकि इसकी साख को खतरा पैदा न हो.
नए नियम के मुताबिक, सदस्यता लेने के लिए अब आवेदक का वोटर आईडी कार्ड और आधार के अलावा बैंकग्राउंड भी चैक किया जाएगा और इस प्रक्रिया में 6 महीने का वक्त भी लग सकता है.
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद लोगों का संस्था से जुड़ने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर दिन करीब 5000 से ज्यादा लोग इसका सदस्य बनने के लिए आवेदन कर रहे हैं. वहीं योगी के सीएम बनने से पहले तक एक महीने में 500 से 1000 आवेदन ही मिल पाते थे.
इसी संदर्भ में हिंदू युवा वाहिनी की वेबसाइट पर एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि बहुत सारे लोग संगठन को बदनाम करने के लिए भी इससे जुड़ना चाहेंगे.
यहां पढ़े साइट पर जारी किया गया सर्कुलर.
अभी तक मेंबरशिप के लिए आपको कम से कम 11 रुपये अदा करने होते थे, जिसकी रसीद तुरंत दे दी जाती थी और इसके लिए आवेदक को जिला, ब्लॉक या पंचायत स्तर के ऑफिस में आवेदन करना होता था. नई प्रक्रिया में कोई शुल्क नहीं लगेगा और सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे.
हिंदू युवा वाहिनी को योगी ने साल 2002 में स्थापित किया था और इसमें कोई महिला सदस्य नहीं है.
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