टीआरपी घोटाले (TRP Scam) सामने आने के बाद कई बड़े ब्रांड्स ने न्यूज चैनलों से अपने ऐड्स वापस ले लिए हैं. इसमें बजाज ग्रुप भी शामिल है, जिसने ‘नफरत और आक्रामक’ कंटेंट दिखाने के लिए तीन चैनलों को ऐड्स के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है. एक इंटरव्यू में बजाज ऑटो के मैनेजिंग डारेक्टर राजीव बजाज ने बताया किस घटना के बाद उन्होंने ये फैसला लिया. बजाज ने कहा कि “वो नहीं चाहते कि उनके बच्चों को ऐसा भारत विरासत में मिले, जो नफरत पर बना हो.”
IPL के मौजूदा सीजन में CSK के खराब प्रदर्शन के चलते, कुछ दिनों पहले महेंद्र सिंह धोनी की पांच साल की बेटी को ऑनलाइन धमकियां मिलीं थीं. धोनी के करीबी दोस्त राजीव बजाज इस घटना से काफी आहत हुए थे. गल्फ न्यूज को दिए इंटरव्यू में बजाज ने कहा कि इसके बाद उन्होंने फैसला लिया कि बजाज ऑटो ‘नफरत’ को प्रमोट नहीं करेगा.
राजीव बजाज ने कहा, “एमएस धोनी करीबी दोस्त हैं और मैं काफी दुखी हो गया था जब उनकी पांच साल की बेटी, जो मेरे परिवार का हिस्सा है, को धमकी मिली थी. मैंने कहा अब बस हो गया. बजाज ऑटो समाज में नफरत फैलाने का समर्थन नहीं करता है और एक मजबूत ब्रांड वो नींव है, जिसपर आप एक बिजनेस का निर्माण करते हैं.”
बजाज पहला ब्रांड है जिसने न्यूज चैनलों से ऐड्स वापस खींचे हैं. इसके बाद, पार्ले जी बिस्किट बनाने वाली कंपनी, पार्ले प्रोडक्ट्स ने भी ऐलान किया कि “वो नफरत से भरे और आक्रामक भारतीय मीडिया चैनलों पर अपने प्रोडक्ट्स का विज्ञापन नहीं करेंगे.”
बजाज ने इंटरव्यू में बताया कि एक दोस्त ने उन्हें ऐसा करने की सलाह दी थी.
“जब मैं धोनी की बेटी को लेकर और जिस तरह से अमिताभ बच्चन को सोशल मीडिया पर ‘मौत’ विश की गई थी, उससे दुखी था, तब एक दोस्त ने कहा था कि ‘इस नफरत को फंड करना बंद कर दो’. मेरे लिए ये एक समझदारी से भरा फैसला था, क्योंकि मेरे बच्चे, मेरे भाई के बच्चे एक ऐसा भारत और समाज नहीं स्वीकारेंगे, जहां इस तरह के नफरत फैलाने वाले लोग हैं. ये एक सिंपल च्वाइस थी और मैंने इसे लिया.”राजीव बजाज, बजाज ऑटो के मैनेजिंग डारेक्टर
राजीव बजाज उन चुनिंदा बिजनेसमैन से एक हैं, जिन्होंने केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले की खुली तौर पर आलोचना की थी.
मुंबई पुलिस ने कुछ दिनों पहले टीआरपी घोटाले का पर्दाफाश किया था, जिसमें फकत मराठी और बॉक्स सिनेमा के अलावा हिंदी न्यूज चैनल रिपब्लिक टीवी का भी नाम सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है. चैनलों के मालिक और हेड से भी पूछताछ की जा रही है.
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