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क्या मोदी जी को पता है? बॉलीवुड में बलूचिस्तान के कितने आदमी थे!  

बालूचिस्तान से नाता सिर्फ मोदी ने नहीं जोड़ा है, बॉलीवुड कनेक्शन भी है

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15 अगस्त को लालकिले के प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण देने के बाद से ही बलूचिस्तान की चर्चाएं बढ़ गई हैं. बलूचिस्तान से हमारे देश कई प्रकार का नाता रहा है. लेकिन बहुत ही कम लोग ये जानते होंगे की वहां से हमारा बॉलीवुड कनेक्शन भी है. पाकिस्तान के साथ तो हमने बड़े कनेक्शन देखें हैं, आइए हम आपको बताते हैं कि हमारा बॉलीवुड कैसे बलूचिस्तान से जुड़ा है.

हमारे बॉलीवुड के कई एक्टर हैं जो बलूचिस्तान से जुड़े हैं और उनका जन्म वहीं हुआ है. इनमें कादर खान, अमजद खान, राजकुमार और सुरेश ऑबराय शामिल हैं.

अमजद खान

अरे ओ सांभा, कितने आदमी थे. अमजद खान का फिल्म शोले का ये बेहतरीन डायलोग तो हर किसी को याद होगा. उनका जन्म 12 नवंबर, 1940 में बलूचिस्तान के क्वेटा में हुआ. अमजाद खान को आज भी अपने अभिनय के लिए बखूब सराहा जाता है.

राजकुमार

8 अक्टूबर, 1926 को बलूचिस्तान के लोरालाई में जन्मे राजकुमार को कोई कैसे भूल सकता है. फिल्म पाकिजा का उनका फेमस डायलोग ‘अपने पैर जमीन पर मत रखना, मैले हो जाएंगे’ अपने जमाने का सबसे रोमांटिक डायलॉग रहा था. राजकुमार फिल्मों में आने से पहले मुंबई पुलिस में सब-इंसपेक्टर थे.

कादर खान

12 नवंबर, 1937 को पिशिन में जन्मे कादर खान ने 80 और 90 के दशक में बॉलीवुड पर राज किया.उन्होंने न सिर्फ गंभीर एक्टिंग में बल्कि कॉमेडी में भी अपना सिक्का जमाया. उन्होंने अपने बचपन का ज्यादातर वक्त बालूचिस्तान के पिशिन में ही गुजारा. बाद में उनके पिता बिजनेस के सिलसिले में मुंबई आ गए थे.

सुरेश ओबेरॉय

सुरेश ओबेरॉय भी वो शख्स से हैं जिनका बलूचिस्तान से बॉलीवुड कनेक्शन जुड़ता है. क्वेटा, बलूचिस्तान में ऑबराय का जन्म 17 दिसंबर, 1946 को हुआ. उनके बेटे विवेक ओबेरॉय भी अब बॉलीवुड में बतौर एक्टर काम कर रहे हैं.

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