सेना ने सोमवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में लगातार दूसरे दिन एक बड़े ऑपरेशन में लगी हुई है, जिसे हाल के सालों में नियंत्रण रेखा के पार से आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ का सबसे बड़ा प्रयास माना जा रहा है.
उत्तरी कश्मीर के उरी सेक्टर में सोमवार सुबह से इंटरनेट सेवाएं और मोबाइल फोन बंद कर दिए गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि उरी हमले की पांचवीं बरसी के मौके पर शनिवार देर शाम घुसपैठ की कोशिश का पता चला.
18 सितंबर 2016 को एक सैन्य प्रतिष्ठान पर दो आत्मघाती हमलावरों हमला किए जाने के बाद 19 सैनिक मारे गए थे. भारत ने नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक का जवाब दिया था, जिसने कई आतंकवादी लॉन्च पैड को मार गिराया.
गोलीबारी में एक सैनिक घायल
दिल्ली में सरकारी सूत्रों के मुताबिक करीब छह घुसपैठियों का एक समूह पाकिस्तान से घुसने में कामयाब रहा, उन्होंने बताया कि घुसपैठ की कोशिश के दौरान गोलीबारी में एक सैनिक घायल हो गया.
सेना ने कहा कि घुसपैठियों का पता लगाने के लिए अभियान जारी है और जमीन पर सही स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है. यह पहली बार है जब सीमा पार से घुसपैठ के प्रयास के मद्देनजर फोन सेवाओं और इंटरनेट को बंद कर दिया गया है.
सेना ने कहा कि फरवरी में भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद इस साल यह दूसरी बार था. सेना ने कहा कि तब से संघर्ष विराम उल्लंघन की कोई सूचना नहीं मिली है और पाकिस्तान की ओर से कोई उकसावे की खबर नहीं है.
15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि इस साल कोई संघर्षविराम उल्लंघन नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि अतीत के विपरीत इस साल घुसपैठ के कुछ प्रयास हुए हैं और वे उरी सेक्टर में घुसपैठियों की तलाश कर रहे हैं.
जनरल पांडे ने कहा कि उरी में पिछले 24 घंटे से एक ऑपरेशन चल रहा है, जिसमें हमें लगा कि घुसपैठ की कोशिश की गई है, हम उनकी तलाश कर रहे हैं. क्या वे इस तरफ हैं या प्रयास करके वापस चले गए हैं, उस मुद्दे को स्पष्ट या जमीन पर सत्यापित नहीं किया गया है.
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