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"3 महीने पहले ही बेंगलुरु आई थी" अंडरपास में डूबने से मरी इंजीनियर भानु के परिजन

Bengaluru News: मृतक भानु रेखा पिछले सात महीनों से इंफोसिस में काम कर रही थी.

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बेंगलुरू (Bengaluru) में रविवार, 21 मई को भारी बारिश और ओलावृष्टि से केआर सर्किल अंडरपास के पास डूबने से 22 वर्षीय आईटी प्रोफेशनल भानु रेखा (Bhanu Rekha) की मौत हो गई. रेखा अपने परिवार के साथ एक कार में थी, तभी रेखा गले तक गहरे पानी से भरी कार में फंस गई.

रेखा के भाई संदीप बतूला ने द क्विंट को बताया, "वह तीन महीने पहले ही बेंगलुरु आई थी. परिवार के अन्य सदस्य गर्मी की छुट्टियों में उससे मिलने बेंगलुरु गए थे."

रेखा पिछले सात महीनों से इंफोसिस में काम कर रही थी, इससे पहले वह कृष्णा जिले में घर से काम कर रही थी और बाद में कैंपस ट्रेनिंग के लिए मैसूर चली गईं. बतूला ने कहा कि वह जनवरी में बेंगलुरु आई थी और किराए के अपार्टमेंट में रह रही थी.

रेखा का परिवार अभी भी आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में रहता है. उनका भाई भी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है जो न्यूजीलैंड की एक कंपनी के लिए काम करता है. उनकी एक रिश्तेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बात की और उन्होंने चिकित्सकीय लापरवाही की अटकलों का जवाब दिया.

"हम दुर्घटना के बारे में सुनने के बाद रविवार को रात लगभग 11 बजे बेंगलुरु पहुंचे. हमें नहीं पता कि क्या उसे अस्पताल में उचित इलाज मिला."

कथित तौर पर बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में रेखा के इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया था.

इस बीच, भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304A (लापरवाही के कारण मौत) के तहत ड्राइवर और ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिके (BBMP) के अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.

'दुर्घटना से आठ घंटे पहले किराए पर ली गई थी कार'

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के अनुसार, भले ही ट्रैफिक को अंडरपास में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे, लेकिन भारी बारिश और हवा के कारण वे नीचे गिर गए थे. बेरिकेड्स न देखकर ड्राइवर अंडरपास में घुस गया और हादसा हो गया.

मौके पर पहुंची दमकल और बचाव सेवाओं ने परिवार को बचाने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया. दो महिलाएं सीढ़ी पर चढ़ गईं, रेखा को उनके चारों ओर एक लाइफबॉय रिंग का उपयोग करके निकाला गया. दमकल और बचाव सेवा के कर्मियों के अनुसार, सात में से पांच लोग कार के ऊपर थे. लेकिन रेखा अंदर फंसी हुई थीं.

रेखा के भाई संदीप बतूला के मुताबिक, दुर्घटना वाली कार दुर्घटना से आठ घंटे पहले किराए पर ली गई थी.

बतूला ने द क्विंट को बताया, "जब परिवार के सदस्य आ रहे थे तो उसने एक गाड़ी किराए पर ली और उन्हें साइट-सीइंग के लिए ले गई. कब्बन पार्क उनका आखिरी पड़ाव था और वे घर लौट रहे थे जब ये घटना हुई."

जब कार अंडरपास के पास पहुंची, तो कार के पीछे एक ऑटो चल रहा था. कार का ड्राइवर जिसका नाम एफआईआर में नहीं है, उसने द क्विंट को प्राप्त एक कथित वीडियो में यह बताया.

"एक कार और एक ऑटोरिक्शा ठीक हमारे सामने अंडरपास पार कर गया. हमारे पीछे एक ऑटोरिक्शा था और ऑटो के ड्राइवर ने मुझे आगे जाने के लिए कहा और मैंने किया."
कार का ड्राइवर कथित वीडियो में

ड्राइवर के मुताबिक अंडरपास में घुसते ही कार कुछ ही मिनटों में पानी में डूब गई. अस्पताल का दौरा करने पहुंचे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मीडिया को बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक भानु रेखा को अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया था. उन्होंने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की भी घोषणा की है.

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