बेंगलुरु में उस समय बड़ा हादसा हो गया जब निर्माणाधीन मेट्रो का खंभा गिर गया, जिससे एक महिला और उसके ढाई साल के बेटे की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पति के साथ महिला और उसका ढाई साल के बेटा कहीं जा रहे थे, इसी दौरान मेट्रो का खंभा गिर गया, जिसमें महिला और उसके बच्चे की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. पति को भी चोटें आई हैं, जिसका इलाज चल रहा है.
बताया जा रहा है कि ये घटना मंगलवार, 10 जनवरी सुबह की है. ये हादसा बेंगलुरु के नागवारा इलाके में हुआ. कल्याण नगर से HRBR लेआउट तक जाने वाली सड़क इलाके में बन रहा मेट्रो का एक खंभा सड़क पर गिर गया. इस घटना में बाइक पर सवार एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और उनका बेटा घायल हो गए. घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि, इलाज के दौरान घायल मां और उसके ढाई साल के बेटे ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा कि पिलर 40 फीट लंबा था.
NDTV के मुताबिक, मृतकों की पहचान 25 वर्षीय तेजस्विनी और उसके बेटे विहान के रूप में हुई है. तेजस्विनी और विहान का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि...
"उन्हें सिर में गंभीर चोटें आईं, जबकि विहान को सीने में भी चोट लगी."
अस्पताल के आपातकालीन विशेषज्ञ डॉ. महेश ने कहा कि "उन्हें बहुत गंभीर स्थिति में अस्पताल लाया गया था. हमने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वो बच नहीं सके."
इस पूरे मामले पर DCP ईस्ट भीमाशंकर एस गुलेड ने कहा कि...
"दंपत्ति अपने बेटे के साथ हेब्बल की ओर जा रहे थे. मेट्रो का पिलर ओवरलोड होकर बाइक पर जा गिरा. पीछे की सीट पर सवार मां-बेटा को गंभीर चोटें आईं और उन्हें एल्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया."
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हादसे की जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने धारवाड़ में संवाददाताओं से कहा कि "मुझे अभी इसके बारे में पता चला है, हम इसकी जांच कराएंगे. हम पिलर के गिरने के कारण का पता लगाएंगे और मुआवजा भी दिया जाएगा."
वहीं, बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) ने परिवार के लिए 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है.
इसके साथ ही BMRCL के प्रबंध निदेशनक अंजुम परवेज ने कहा कि वे एक आंतरिक ऑडिट भी शुरू करेंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)