केंद्रीय ट्रेड यूनियनों (Central Trade Unions) ने 28 और 29 मार्च को भारत बंद (Bharat Bandh) का ऐलान किया था. ये भारत बंद केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में किया गया था. बैंक, रेलवे, रोडवेज, ट्रांसपोर्ट और बिजली विभाग के कर्मचारियों ने इस भारत बंद को समर्थन दिया. राष्ट्रीय स्तर पर की गई स्ट्राइक के दूसरे दिन मंगलवार को भारत के कुछ हिस्सों में बैंकिंग सेवाएं और पब्लिक ट्रांस्पोर्ट पर प्रतिकूल असर पड़ा है.
इस भारत बंद (Bharat bandh) में बैंक कर्मियों के यूनियनों का एक वर्ग भी शामिल रहा. ट्रेड यूनियन ने दावा किया है कि इस भारत बंद में बिजली कर्मी और रोडवेज कर्मचारी भी शामिल हैं.
आइए जानते हैं भारत बंद का दूसरे दिन देश भर में क्या असर पड़ा...
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के मद्देनजर तिरुवनंतपुरम में दुकानें बंद कर दी गईं. दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा व पंजाब में ट्रांसपोर्ट और बैंकिंग सर्विसेज पर असर देखने को मिला.
एटक (श्रमिक संगठन) की महासचिव अमरजीत कौर ने कहा कि लगभग सभी क्षेत्रों के वर्कर्स इस हड़ताल में भाग लिए हैं. गांव के इलाकों में इसको खास तौर से सपोर्ट मिलता नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के कर्मचारी भी इसमें शामिल हो गए हैं.
अमरजीत कौर ने दावा करते हुए कहा कि भारत बंद के पहले दिन करीब 20 करोड़ से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया और दूसरे दिन यानी मंगलवार को संख्या में और बढ़ोतरी देखी गई.
पश्चिम बंगाल में भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया.
ओडिशा और कर्नाटक के इलाकों में भी भारत बंद का असर देखने को मिला. राज्य में ट्रांसपोर्ट सेवाओं पर असर होने से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
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