भीमा कोरेगांव (Bhima Koregaon) हिंसा की जांच के लिए गठित कमीशन ने मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) और रश्मि शुक्ल को गवाह के तौर पर पेश होने के लिए समन भेजा है. कमीशन ने परमबीर सिंह और रश्मि शुक्ल को 8 नवंबर तक समन पर जवाब देने लिए समय दिया है.
1 जनवरी 2018 को हुई भीमा कोरेगांव हिंसा के समय परमबीर सिंह पुलिस (लॉ एंड ऑर्डर) के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल थे, जबकि रश्मि शुक्ला उस समय पुणे पुलिस कमिश्नर थीं.
गौरतलब है कि परमबीर सिंह पहले से ही खबरों में बने हुए हैं. उनके खिलाफ अलग अलग आरोपों में अब तक पांच मामले दर्ज हुए हैं. जिसमें 2 मुंबई, 2 ठाणे और एक अकोला जिले में दर्ज हुआ है. परमबीर पर आरोप है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया और जबरन वसूली की.
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