ADVERTISEMENTREMOVE AD

बक्सर: "पुलिस ने घर में घुसकर महिलाओं को पीटा", मुआवजे को लेकर किसानों का विरोध

आरोप है कि एसजेवीएन कंपनी पुराने रेट पर भूमि अधिगृहित करना चाह रही है, किसान इसी बात का विरोध कर रहे हैं

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

बिहार के बक्सर (Buxar Farmers Protest) जिले के चौसा प्रखंड के बनारपुर में पुलिस और किसानों के बीच भारी बवाल जारी है. किसानों का आरोप है कि यहां घर में घुसकर पुलिस ने 12 बजे रात में सो रहे किसानों पर लाठियां बरसाई है. ऐसा कहा जा रहा है कि, बनारपुर गांव के पास लग रहे थर्मल पावर प्लांट का किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा है. किसानों द्वारा इसको लेकर उचित मुआवजे की मांग की जा रही है. आरोप है कि इसी को लेकर किसानों पर लाठी बरसाई गई.

लाठीचार्ज के बाद हुआ जमकर बवाल 

बक्सर के मुफस्सिल थाने के बनारपुर गांव के पास थर्मल पावर प्लांट लग रहा है. ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं. किसानों का आरोप है कि रात 11:30 बजे गांव में पुलिस पहुंची और सो रहे किसानों के घर के दरवाजे को जोर-जोर से पीटने लगी. कुछ किसानों ने तो अपना दरवाजा ही नहीं खोला, लेकिन जिन किसानों ने अपना दरवाजा खोला उन पर पुलिस टूट पड़ी.

इसी दौरान कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया जो अब तेजी से वायरल हो रहा है. घटना के बाद किसानों का प्रदर्शन और अधिक उग्र हो गया. ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर पुलिस और पावर प्लांट पर टूट पड़े.

ग्रामीणों द्वारा पुलिस की गाड़ियों को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया गया. प्लांट के गेट पर आग लगा दी. जिसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की. हंगामे के काफी देर बाद तक पूरा इलाका पुलिस छावनी बन गया और दोनों तरफ से पत्थरबाजी होती रही.

बक्सर के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस मनीष कुमार ने कहा कि इस समय हालात काबू से बाहर हैं. पुलिस प्रशासन हालात को काबू करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.

गौरतलब हो कि, भूमि अधिग्रहण मामले को लेकर पिछले 85 दिन से शांतिपूर्ण धरने पर बैठने वाले किसान मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर थर्मल पावर के मुख्य गेट में ताला जड़ गेट के पास ही बैठ गए थे. किसानों का कहना है कि एसजेवीएन कंपनी पुराने रेट पर भूमि अधिगृहित करना चाह रही है. जिसका विरोध किसान कर रहा था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×