बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के पांचवें चरण में पांच संसदीय क्षेत्र में होने वाले मतदान को लेकर 18 मई की शाम चुनाव प्रचार थम गया.
इस चरण में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर लोकसभा क्षेत्रों में 20 मई यानी सोमवार को मतदान होगा. कुल 95.11 लाख मतदाता 80 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य तय करेंगे. इस चरण में सबसे अधिक 26 प्रत्याशी मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में हैं, जबकि सबसे कम मधुबनी संसदीय क्षेत्र में 12 प्रत्याशी मैदान में हैं.
सीतामढ़ी, सारण और हाजीपुर से 14-14 प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. मतदाताओं के मताधिकार का उपयोग करने के लिए 9436 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इस चरण में राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय दलों से 15 प्रत्याशी हैं, जबकि 35 निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
बिहार चुनाव: एनडीए vs महागठबंधन
इस चरण में एनडीए की ओर से बीजेपी के तीन, एलजेपी के एक और जदयू के एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि महागठबंधन की ओर से आरजेडी के चार, कांग्रेस के एक प्रत्याशी हैं. बीएसपी इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
इन सभी सीटों पर मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच माना जा रहा है.
सीतामढ़ी में जदयू के देवेशचंद्र ठाकुर के सामने राजद के पूर्व सांसद अर्जुन राय मुकाबले में हैं, जबकि मधुबनी में बीजेपी ने सांसद अशोक यादव को मैदान में उतारा है, जबकि उनके मुकाबले में RJD से पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी उम्मीदवार हैं.
मुजफ्फरपुर से सारण तक: चुनावी मैदान में राजनीतिक मुकाबला तेज
मुजफ्फरपुर में बीजेपी प्रत्याशी राजभूषण निषाद और कांग्रेस के टिकट पर उतरे पूर्व बीजेपी सांसद अजय निषाद के बीच मुकाबला है.
सारण में आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी आचार्य का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी से और हाजीपुर सीट से राजद के शिवचंद्र राम की एलजेपी (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से मुकाबला है.
मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है.
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