जम्मू -कश्मीर के करन नगर जिले में CRPF कैंप को निशाना बनाने पहुंचे आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में बिहार ने अपना बेटा खो दिया. आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में श्रीनगर सीआरपीएफ कैंप में तैनात मुजाहिद खान शहीद हो गए. बुधवार सुबह जब मुजाहिद खान के पार्थिव शरीर को उनके शहर आरा (बिहार) ले जाया गया, तो उनके अंतिम दर्शन और उनकी शहादत को सलामी देने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
बता दें कि बीते सोमवार को आतंकियों ने श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ कैंप को निशाना बनाने की कोशिश की थी. हालांकि, कैंप गेट पर तैनात जवानों ने अपनी मुस्तैदी से इस फिदायीन हमले को नाकाम कर दिया था. हालांकि, सीआरपीएफ ने तत्काल सर्च ऑपरेशन चलाकर करन नगर की ही एक इमारत में आतंकियों को घेर लिया था, जिसके बाद जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ के दूसरे दिन सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया था.
नम आंखों से अंतिम विदाई
बिहार के बेटे को आखिरी सलाम देने हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शहीद के अंतिम संस्कार में कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा. नेताओं के इस व्यवहार पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई है.
लोगों का कहना है कि देश के लिए जान देने वाले वीर जवान के लिए सांसदों और जन प्रतिनिधियों के पास समय नहीं है.
हजारों लोगों की मौजूदगी में नम आंखों से शहीद मुजाहिद खान को अंतिम विदाई दी गई, जिसके बाद उनका पारंपरिक तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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