पूर्व आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत को अब देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनाया गया है. उनके रिटायरमेंट से ठीक एक दिन पहले सरकार की तरफ से ये ऐलान हुआ. लेकिन जनरल बिपिन रावत को ये खबर कुछ दिन पहले ही मिल चुकी थी और ये खबर खुद पीएम मोदी ने उन्हें दी. रावत के फेयरवेल डिनर के दौरान पीएम मोदी उनके पास आए और उन्हें बताया कि आप ही देश के पहले सीडीएस बनने जा रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि जनरल बिपिन रावत को फेयरवेल डिनर की रात ये खुशखबरी पीएम मोदी ने खुद दी थी. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से ऐलान किया था कि जल्द सेना में एक नया पद जुड़ने वाला है, जिसे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस के नाम से जाना जाएगा.
जिसके बाद इस पद को कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई थी और आखिरकार 30 दिसंबर को रक्षा मंत्रालय की तरफ से जनरल बिपिन रावत के नाम का औपचारिक ऐलान हुआ.
बता दें कि तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद रावत मंगलवार को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो गए. उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे ने सेना प्रमुख के तौर पर कमान संभाली है.
क्या है CDS का पद?
सीडीएस की नियुक्ति का मकसद भारत के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की अध्यक्षता वाली समिति पर जिम्मेदारी थी कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति के तौर-तरीकों को अंतिम रूप दिया जाए. सीडीएस का पद ‘फोर स्टार’ जनरल के समकक्ष होगा और सभी सेनाओं के प्रमुखों में सबसे ऊपर होगा. प्रोटोकॉल के मामले में भी सीडीएस सबसे ऊपर रहेगा. सीडीएस खासतौर पर रक्षा और रणनीतिक मामलों में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के एकीकृत सैन्य सलाहकार के रूप में काम करेगा.
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