पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीरभूम हत्याकांड में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कुल 22 लोगों को आरोपी बनाया है. इस सप्ताह की शुरुआत हुई इस घटना में आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान देते हुए कहा है कि मुझे अब भी लगता है कि रामपुरहाट की घटना के पीछे कोई साजिश है. सीबीआई ने मामला अपने हाथ में लिया है, यह एक अच्छा फैसला है लेकिन अगर वे केवल बीजेपी के निर्देशों का पालन करेंगे तो हम विरोध करने के लिए तैयार हैं.
इस सप्ताह की शुरुआत में बीरभूम के रामपुरहाट शहर के पास बोगटुई गांव में भीड़ द्वारा 6 महिलाओं और दो बच्चों को उनके घरों में बंद कर जिंदा जला दिया गया था, जिसके बाद करीब 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
कथित तौर पर यह हमला तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता भादु शेख की हत्या का प्रतिशोध था, जो एक बम हमले में मारे गए थे.
ममता बनर्जी ने बोगतुई की अपनी यात्रा के दौरान वादा किया था कि पुलिस को सूचित नहीं करने के लिए अनारुल हुसैन को गिरफ्तार किया जाएगा.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबकि चश्मदीदों ने अनारुल हुसैन पर हिंसक भीड़ की सहायता करने का आरोप लगाया है. जब सीबीआई अनारुल हुसैन को पूछताछ के लिए ले जा रही थी, उस वक्त पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह मेरे विरोधियों द्वारा की गई एक साजिश है.
सीबीआई की टीम ने रामपुरहाट के एक सरकारी गेस्ट हाउस में अस्थाई कैंप लगाया है. वरिष्ठ अधिकारी अखिलेश सिंह के नेतृत्व में टीम अब उस घर में दौरे करते हुए ऑपरेशन कर रही है, जहां से सबसे अधिक लाशें बरामद की गई थीं. सीबीआई की एक टीम ने रामपुरहाट के हॉस्पिटल का भी दौरा किया, जहां घायलों की हालत में सुधार हो रहा है.
सीबीआई को अपनी जांच पर 7 अप्रैल तक कलकत्ता हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करनी है. बता दें कि हाईकोर्ट में ममता बनर्जी ने याचिका दायर की थी कि इस मामले को सीबीआई को ना सौंपा जाए, लेकिन हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री की याचिका खारिज करत हुए सीबीआई जांच का आदेश दे दिया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना के बाद कहा था कि इसके पीछे कुछ बड़ा है.
जब ममता बनर्जी ने बीरभूम का दौरा किया था, इस दौरान मारे गए परिजनों और उनके रिश्तेदारों के सामने उन्होंने कहा था कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि बंगाल में ऐसा ऐसा भी कभी होगा. उन्होंने इसके पीछे बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए 'कड़ी कार्रवाई' की बात कही थी.
घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने लगभग 20 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा स्थानीय पुलिस के दो अधिकारियों को लापरवाही बरतने के आरोप में पद हटा दिया गया.
हत्याओं में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के शामिल होने का आरोप लगाते हुए राज्य के विपक्षी दल बीजेपी ने केंद्रीय जांच की मांग की थी. पार्टी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी बात कही थी.
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