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दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में BJP ने किया कपिल मिश्रा-ठाकुर का बचाव

अनुराग ने 20 जनवरी और वर्मा ने 28 जनवरी को टिप्पणी की थी, जबकि दिल्ली हिंसा 23 फरवरी हुई .

Published
भारत
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लोकसभा में बजट सत्र का दूसरा चरण चल रहा है. कांग्रेस लगातार दिल्ली हिंसा को लेकर बीजेपी से जवाब मांग रही है. इसके साथ ही बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयान पर भी कांग्रेस लगातार हमलावर है. बुधवार (11 मार्च) को सदन में दिल्ली हिंसा पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली हिंसा पर जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का बचाव किया.

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मीनाक्षी लेखी ने कपिल मिश्रा का खुलकर बचाव करते हुए कहा कि हर बार उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाता है. उन्होंने ये भी कहा कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा को हिंसा के लिए दोषी ठहराया गया. अनुराग ठाकुर ने 20 जनवरी और प्रवेश वर्मा ने 28 जनवरी को टिप्पणी की थी, जबकि दिल्ली हिंसा 23 फरवरी को शुरू हुई थी. उन्होंने आगे कहा,

कपिल मिश्रा को अमानतुल्ला खान, शरजील इमाम और दिल्ली हिंसा के आरोपी ताहिर हुसैन के कृत्यों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया गया.

मेरे पास हिंसा का डेटा है- मीनाक्षी लेखी

चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने बशीर बद्र का शेर सुनाते हुए कहा, 'लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में, तुम तरस नहीं खाते बस्तियां जलाने में' उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का इतिहास उठाकर देखें तो वो बस्तियां जलाने में माहिर हैं. मेरे पास डेटा है जो दिखाता है कि देश में जब भी हिंसा की घटनाएं हुईं है, उसके लिए कौन-कौन जिम्मेदार थे.

केजरीवाल पर साधा निशाना

लोकसभा में मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली हिंसा की घटना को लेकर दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'कुछ लोग 1984 के दंगों की बाद कर रहे हैं. लेकिन दिल्ली हिंसा को 36 घंटे के अंदर नियंत्रित कर लिया गया था.

‘मैं उन्हें याद दिलाना चाहती हूं कि वे लोग भूल गए हैं कि कुछ आरोपी आज सीएम के पद पर हैं, जिनके कारण हिंसा महीनों तक बनी रही थी.’

मीनाक्षी लेखी ने कहा दिल्ली के लोगों को फ्री बिजली,पानी और बस के चक्कर में करोड़ों रुपए का नुकसान भुगतना पड़ा. मैं चाहती हूं कि अब दिल्ली से एक फ्री इंटर स्टेट बस चलाई जाए ताकि जो अपने शहर से काम करने आए थे वो वापिस जाकर शांति से जिंदगी गुजार सकें.

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