लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों के लिए न्याय की गुहार लगाने के बाद बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाए गए सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने एक बार फिर सरकार को नसीहत दी है. वरुण गांधी ने देश की कृषि नीतियों पर "पुनर्विचार" करने का आह्वान किया है. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद, वरुण गांधी ने लखीमपुर के एक किसान का वीडियो ट्वीट किया, जिसने 15 दिनों तक धान की फसल नहीं बिकने के बाद अपनी फसल जला दी.
वरुण गांधी ने ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
“उत्तर प्रदेश के किसान श्री समोध सिंह पिछले 15 दिनों से अपनी धान की फसल को बेचने के लिए मंडियों में मारे-मारे फिर रहे थे, जब धान बिका नहीं तो निराश होकर इसमें स्वयं आग लगा दी. इस व्यवस्था ने किसानों को कहाँ लाकर खड़ा कर दिया है? कृषि नीति पर पुनर्चिंतन आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है.”
योगी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर वरुण गांधी
उत्तर प्रदेश में अगले साल एक नई विधानसभा और सरकार के लिए मतदान होता है. बीजेपी 2024 के आम चुनाव से पहले राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए जोर लगा रही है.
लेकिन हाल में बीजेपी सांसद वरुण गांधी विशेष रूप से यूपी में अपनी पार्टी के आलोचक नजर आ रहे हैं. 21 अक्टूबर को उन्होंने राज्य के तराई क्षेत्र में बाढ़ की तस्वीरें ट्वीट की और योगी प्रशासन को घेरा.
"तराई का अधिकांश भाग जलमग्न हो गया है. हाथ से सूखा राशन दान कर रहा ताकि कोई भी परिवार इस आपदा के खत्म होने तक भूखा न रहे. यह दुख की बात है कि जब आम आदमी को व्यवस्था की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तो उसे खुद पर छोड़ दिया जाता है. अगर हर प्रतिक्रिया व्यक्तिगत है तो 'शासन' का क्या अर्थ है?"
वरुण गांधी ने 14 अक्टूबर को अटल बिहारी वाजपेयी का एक और वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री ने किसानों को डराने-धमकाने के खिलाफ सरकार को चेतावनी दी थी.
वरुण गांधी ने लखमीपुर में किसानों को कुचले जाने का वीडियो भी ट्वीट किया था और उसे "हत्या" का नाम दिया था. उन्होंने कहा कि यह वीडियो "आत्मा को झकझोरने" के लिए पर्याप्त था.
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